नई दिल्ली । दिल्ली (Delhi) के लोग प्रदूषण (Pollution) की मार झेल रहे हैं। इसके सामने भारत (India) के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) ने भी सरेंडर कर दिया है। हर दिन मॉर्निंग वॉक (Morning Walk) पर निकले वाले चीफ जस्टिस अब सुबह-सुबह घर से बाहर टहलने के लिए नहीं निकल रहे हैं। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा, “मैंने आज से सुबह की सैर करना बंद कर दिया है। मैं आमतौर पर सुबह 4 से 4.15 बजे के बीच सैर के लिए जाता हूं।”
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उनके डॉक्टर ने उन्हें सुबह बाहर न जाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि उनके लिए घर के अंदर रहना और सांस की बीमारियों से बचना बेहतर है।
आपको बता दें कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता इस सप्ताह लगभग बहुत खराब रही। लोगों में सांस की बीमारियों के बढ़ते जोखिम को लेकर चिंता बढ़ गई है। बुधवार को दिल्ली में देश में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है। देश की सर्वोच्च अदालत ने केंद्र और पंजाब और हरियाणा की सरकारों को फटकार भी लगाई है।
न्यायमूर्ति अभय एस ओका, न्यायमूर्ति ए अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति ए जी मसीह की पीठ ने पंजाब और हरियाणा सरकार के पराली जलाने पर रोक लगाने के प्रयासों को खारिज करते हुए इसे महज दिखावा बताया। आपको बता दें कि इन दोनों राज्यों से निकलने वाले जहरीले धुएं सर्दी के हर मौसम में दिल्ली-एनसीआर में दम घुटने वाली ठंड का कारण बनते हैं।
पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के वायु गुणवत्ता पैनल को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए गठित यह निकाय अपने उद्देश्य को पूरा करने में विफल रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा वार्षिक प्रदूषण से निपटने के लिए अपनी कार्ययोजना जारी करने के बाद अदालत ने यह सख्त टिप्पणी की थी।
भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। उनके स्थान पर न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 11 नवंबर को शपथ लेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved