नई दिल्ली। प्रियंका गांधी ने बुधवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। इस दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है। वहीं कांग्रेस ने भी भाजपा पर पलटवार किया है और इस मुद्दे को भाजपा की साजिश करार दिया। दरअसल भाजपा ने अपने सोशल मीडिया पर हैंडल पर एक वीडियो जारी की है। जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कमरे के बाहर इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं।
इस वीडियो के कैप्शन में भाजपा ने लिखा कि ‘आज जिस तरह से मल्लिकार्जुन खरगे जी को प्रियंका वाड्रा के नामांकन के समय कमरे से बाहर रखा गया, ठीक उसी तरह राहुल गांधी आरक्षण हटाने के बाद दलित समाज के लोगों को सम्मान और अवसरों से वंचित रखेंगे। अगर गांधी परिवार खरगे जी को ऐसे अपमानित कर सकता है तो दलित समाज के प्रति इनके मन में कितनी घृणा होगी, ये समझा जा सकता है।’
भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी इसे लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘हमने दलितों की कांग्रेस में स्थिति दिखाई है। बाहर से राहुल गांधी दिखाते हैं कि कांग्रेस पार्टी दलितों का समर्थन करती है और उन्हें बराबर के अधिकार देती है, लेकिन अंदर से दलितों का अपमान किया जाता है। मल्लिकार्जुन खरगे के साथ जो हुआ, उसके बाद कहने के लिए कुछ नहीं रह गया है। कांग्रेस बेनकाब हो गई है। कांग्रेस पार्टी में दलितों का अपमान किया जाता है और उन्हें तीसरे दर्जे का नागरिक माना जाता है और छुआछूत भी की जाती है।’
भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस नेता प्रणव झा ने कहा कि ‘ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि जो लोग बीते 10 वर्षों से सत्ता में हैं, वो सरकार और उसके मंत्री अभी भी झूठ और भ्रम फैला रहे हैं। वायनाड में जिलाधिकारी ने कहा था कि नियमों के तहत पांच से ज्यादा लोग कमरे में नहीं रह सकते। उस दौरान लोग कमरे से बाहर गए और उनमें कांग्रेस अध्यक्ष भी थे। उन्होंने पूरे धैर्य से बाहर इंतजार किया, जैसा आप वीडियो में देख सकते हैं। कुछ समय बाद मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल दोनों कमरे में आ गए थे, लेकिन भाजपा ने कांग्रेस को बदनाम करने और लोगों का असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए झूठ की साजिश रची।’
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