खंडवा। देश भर में दीपावली पर्व (Diwali festival) को लेकर चारो ओर तैयारियां जोरों पर हैं और दीपोत्सव (festival of lights) की बात हो और उसमें मिठाई और पकवानों की बात न हो, ऐसा हो नहीं सकता। ऐसे में इन दिनों मिठाई और पकवान बनाने के लिए घी, दूध और मावा की डिमांड भी काफी बढ़ जाती है। लेकिन इस दौरान कुछ लालची मुनाफाखोर अपने थोड़े से लालच के चक्कर में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए नकली घी, दूध और मावा भी असली प्रोडेक्ट की आड़ में मार्केट में खपा देते हैं। हालांकि, इसे रोकने के लिए जिम्मेदार खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय विभाग, मामूली सी कार्रवाई कर खुद को सुथरा साबित कर देता है।
ऐसी ही एक कार्रवाई मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा नगर (Khandwa Nagar) के विट्ठल मंदिर क्षेत्र में सोमवार शाम की गई। जहां खाद्य सुरक्षा विभाग (Food Safety Department) के अधिकारियों ने एक फर्म पर छापा मारा और वहां से बड़ी मात्रा में नकली घी के पैकेट जब्त किए। इस दौरान अधिकारियों ने घी का सैंपल लेकर उसे जांच के लिए भी भिजवाया है। बता दें कि दीपोत्सव का पर्व जिस तरह नजदीक आ रहा है, उसी तरह मिठाई बनाने की सामग्री की मांग भी बढ़ती जा रही है। पर्व से पूर्व ही अन्य प्रदेशों एवं जिलों से बड़ी तादाद में मावा भी व्यापारी बुलाकर अपने पास स्टॉक कर लेते हैं एवं दीपावली के पूर्व ही मिठाई तैयार करने का कार्य शुरू कर देते हैं। कहीं यह मिठाई शहरवासियों की सेहत न बिगाड़ दे, इस ओर खाद्य एवं औषधीय विभाग का अब तक शायद ध्यान नहीं गया है और विभाग खानापूर्ति के नाम पर पिछले वर्ष की तरह ही सैंपल लेकर अब भी कागजी खानापूर्ति करते दिखाई दे रहा है।
एक लाख रुपये से अधिक का नकली घी हुआ जब्त
इधर, सोमवार को खंडवा नगर में कार्रवाई करने निकले मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि यहां पर पूजा रास के नाम से घी जैसा मिलता जुलता पदार्थ बेचा जा रहा है। इसी के चलते वे लोग यहां डीके सेल्स फर्म पर पहुंचे थे और यहां पर देखा कि ऊपर तीसरी मंजिल पर काफी मात्रा में गोकुल पूजा रस एक्सपोर्ट क्वॉलिटी के नाम से डब्बे रखे हुए थे, जिसे खोलने पर उसमें घी से मिलता-जुलता पदार्थ उसके अंदर मिला है। इसी आधार पर उसके नमूने भी लिए गए हैं और इसी के साथ ही यहां से यह माल भी जब्त किया गया है, जो कि करीब 437 किलो ग्राम घी यहां से जब्त हुआ है, जिसका बाजार मूल्य करीब एक लाख नौ हजार रुपये है।
दीपावली पर रहता है डिमांड और सप्लाई में अंतर
इधर, दीपावली पर्व को देखते हुए मावा और घी सहित शहर में बिकने वाली मिठाई की जांच को लेकर उन्होंने बताया कि अभी लगातार इसको लेकर शिकायतें मिल रही हैं। चूंकि पर्व के चलते डिमांड और सप्लाई में काफी बड़ा अंतर आ जाता है। इसलिए खाद्य विभाग का अमला भी अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है कि इस तरह के मिलावटी खाद्य पदार्थ आम जनता तक न पहुंचे और अगर यह कहीं बिक्री के लिए आए हैं तो तत्काल उनके नमूना लेकर उन्हें जब्त भी किया जाएगा।
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