नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने हाल ही में एक समिट को संबोधित करते हुए भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक निवेशकों (Global Investors) के विश्वास पर जोर दिया. उन्होंने फेमस वैश्विक निवेशक मार्क मोबियस के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि मोबियस का भारत के प्रति प्रेम और उसकी विकास क्षमता के प्रति उत्साह भारत में वैश्विक निवेश के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक है. प्रधानमंत्री ने मोबियस के सुझाव को रेखांकित किया कि वैश्विक फंडों को भारतीय शेयर बाजार में कम से कम 50% निवेश करना चाहिए, जिससे भारत की बाजार क्षमता पर विश्वास और अवसरों को उजागर किया गया.
भारतीय बाजार की बात करें तो पिछले एक साल में सेंसेक्स ने 25% का रिटर्न तो वहीं निफ्टी ने 28% का रिटर्न दिया है. यह किसी भी दूसरे देश के शेयर बाजार की तुलना में सबसे बेस्ट है. सबसे खास बात भारतीय बाजार में इंवेस्ट करने की जो है वह इसकी बढ़ती इकोनॉमी से जुड़ी है. एक तरफ जहां दुनिया जंग की आग से झुलस रही है. वहीं दूसरी तरफ भारत की इकोनॉमी तेजी से रफ्तार भर रही है. विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा भी इंडियन इकोनॉमी की तारीफ कर चुके हैं.
पीएम मोदी ने एनडीटीवी वर्ल्ड की समिट में अपने सरकार के तीसरे कार्यकाल के 125 दिनों की प्रगति पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि इस अवधि में गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घरों को मंजूरी दी गई है और 9 लाख करोड़ रुपए की बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू की गई हैं. इसके अलावा, 15 नई वंदे भारत ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया है और 8 नए हवाई अड्डों का निर्माण हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत के एक आशा की किरण बनने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि जहां दुनिया तनावों और चुनौतियों का सामना कर रही है, वहीं भारत अपने सकारात्मक दृष्टिकोण और विकास पथ के कारण अग्रणी भूमिका निभा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले 125 दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी में 6-7% की वृद्धि हुई है, जबकि विदेशी मुद्रा भंडार 700 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है.
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