वॉशिंगटन: यूक्रेन युद्ध (ukraine war) के बीच अमेरिका (America) और रूस (Russia) की सेना में तनाव काफी बढ़ता दिख रहा है। अमेरिका के कनाडा से सटे अलास्का राज्य के पास समुद्र में रूसी सुखोई-35 (Sukhoi-35) लड़ाकू विमान बहुत ही खतरनाक तरीके से अमेरिकी वायुसेना के एफ-16 (F-16) विमान के पास से गुजरा जिससे उसके टकराने का खतरा पैदा हो गया था। अमेरिकी वायुसेना ने बताया कि एफ-16 विमान रूस के दो Tu-95 बॉम्बर का पीछा करके उसे खदेड़ रहे थे जो अलास्का के पास आ गया था। इसी दौरान रूसी सुखोई-35 फाइटर जेट अचानक से एफ-16 विमानों के बीच से निकल गया। इस खतरनाक घटना का वीडियो अमेरिकी वायुसेना ने जारी किया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का नाटकीय वीडियो कुछ साल पहले काला सागर की घटना के बाद आया है। वीडियो में नजर आ रहा है कि अचानक से रूसी सुखोई-35 विमान अमेरिकी एफ-16 के बगल से आगे से निकल गया। इससे अमेरिकी लड़ाकू विमान टक्कर से होने से बाल- बाल बचा। बताया जा रहा है कि यह घटना 23 सितंबर को हुई थी। अमेरिकी अधिकारियों ने रूसी पायलट के व्यवहार को ‘असुरक्षित और गैर पेशेवराना’ करार दिया है। अमेरिकी वायुसेना ने कहा कि अमेरिकी विमान अलास्का के पास सामान्य गश्त लगा रहे थे।
अमेरिका और रूस के बीच बढ़ रहा तनाव
अमेरिकी वायुसेना के इस इलाके कमांडर जनरल ग्रेगोरी गुइलोट ने रूसी पायलट की कार्रवाई की निंदा की है। बताया जा रहा है कि रूसी विमान अंतरराष्ट्रीय इलाके में बना रहा और अमेरिकी या कनाडाई हवाई क्षेत्र में नहीं घुसा। द वॉर जोन की रिपोर्ट के मुताबिक अलास्का में रूस की गतिविधि अक्सर होती रहती है और इसे खतरे के रूप में नहीं देखा जाता है। अमेरिका ने रूसी ऐक्शन पर नजर रखने के लिए कई तरह का डिफेंस नेटवर्क बना रखा है जिसमें सैटलाइट का नेटवर्क, जमीन आधारित और हवा में तैनात रेडॉर तथा फाइटर जेट शामिल हैं।
“On Sept 23, 2024, NORAD aircraft flew a safe and disciplined intercept of Russian Military Aircraft in the Alaska ADIZ. The conduct of one Russian Su-35 was unsafe, unprofessional, and endangered all – not what you’d see in a professional air force.” – Gen. Gregory Guillot pic.twitter.com/gXZj3Ndkag
— North American Aerospace Defense Command (@NORADCommand) September 30, 2024
यह नेटवर्क अगर रूसी विमानों की हरकत देखता है तो तत्काल इसकी सूचना देता और अमेरिका अपने फाइटर जेट को भेजता है। यूक्रेन युद्ध के बाद रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। रूसी वायुसेना और युद्धपोतों ने अलास्का के पास चक्कर लगाना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों तो चीन के युद्धपोत भी रूसी युद्धपोतों के साथ अलास्का के पास पहुंचे थे। माना जा रहा है कि रूस और चीन दोनों ही अमेरिका पर दबाव बनाना चाहते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved