जबलपुर । गुजरात के गांधीनगर के बाद मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) के वैज्ञानिक परीक्षण केंद्र (Scientific Test Center) में डीएनए टेस्ट (DNA Test) जल्द शुरू होगी. सब कुछ ठीक रहा तो एक महीने में लैब शुरू हो जाएगी. दरअसल गुजरात के बाद डीएनए टेस्ट की सबसे आधुनिक मशीन (Modern Machine) जबलपुर में इंस्टॉल हुई है. जहां परीक्षण करने वाले तीन वैज्ञानिक भी मिल चुके हैं. इसके पहले जबलपुर सहित आसपास के अन्य जिलों को अन्य बड़े सेंटरों पर निर्भर रहना पड़ता था. लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा. लिहाजा पेंडेंसी भी कम होगी और राहत मिलेगी.
फिलहाल, जबलपुर पुलिस सागर और भोपाल के लैब पर डीएनए टेस्ट के लिए निर्भर रहती है. लेकिन, चंद दिनों बाद इससे राहत मिलेगी. वहीं, पुलिस को भी लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा. अभी तक पुलिस कर्मियों को जांच लेकर 100 से 200 किलोमीटर तक जाना पड़ता था. लैब शुरू होते ही जबलपुर में सैंपल होगा और डीएनए टेस्ट हो जाएगा. दूसरी तरफ ऐसे कई पीड़ित है जिन्हें रिपोर्ट के चलते न्याय का लंबा इंतजार रहता था. उन्हें भी लैब शुरू होते ही राहत मिलेगी.
जबलपुर में क्षेत्रीय विधि प्रयोगशाला संचालित हो रही थी, जिसे डीएनए लैब में शिफ्ट कर दिया गया है. क्योंकि, इस प्रयोगशाला में पहले से ही मशीन थी, जिसमें जबलपुर सहित 18 जिलों की बायोलॉजी जांच की जा रही है. इन जांचों में महिलाओं के साथ रेप, गैंगरेप और हत्या से संबंधित मामलों में खून की जांच हो रही है. वहीं, अब क्षेत्रीय विधि प्रयोगशाला में होने वाली जांच आधुनिक लैब में होगी, जिससे जांच में तेजी आएगी.
परीक्षण के दौरान विसरा और अल्कोहल से संबंधित जांच के सैंपल भी डीएनए टेस्ट के बाद दूसरी मशीनों में चेक हो सकेंगे. दरअसल, न्याय की दिशा में यह बड़ा कदम है, जिससे तुरंत ही परीक्षण की प्रक्रिया हो सकेगा. गौरतलब है कि गैंगरेप, रेप और हत्या जैसी घटनाओं में डीएनए सबसे बड़ा सबूत होता है. वारदात के बाद पुलिस यह टेस्ट करवाती है. लेकिन प्रदेश में टेस्ट के लिए चुनिंदा डीएनए लैब ही बनी हुई है. अब भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और सागर के बाद जबलपुर में डीएनए लैब शुरू होने जा रही है.
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