- सबसे पहले भैरवगढ़ के पारस नगर तथा आगर रोड के विराटनगर, गुलमोहर कॉलोनी एवं अन्य बस्तियों में डाली जा रही है अंडरग्राउंड केबल-11 किलोमीटर केबल डालनी है इसमें से 2 किलोमीटर में काम शुरू
उज्जैन। ऑप्टिकल केबल लगाने के बावजूद शहर में बिजली चोरी नहीं रुक रही थी और शहर के कई क्षेत्र तो ऐसे हैं, जहाँ 50 से 60 प्रतिशत बिजली चोरी हो रही थी। इस चोरी को रोकने के लिए अंडरग्राउंड बिजली की केबल लगाने का काम किया जा रहा है। यह काम शुरू हो चुका है।
उज्जैन शहर में विद्युत चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही थी। इस चोरी को रोकने के लिए सबसे पहले ऑप्टिकल फाइबर केबल डाली गई, उसमें भी विद्युत चोरी का तरीका उपभोक्ताओं ने निकाल लिया। खास तौर पर शहर के झुग्गी बस्ती एवं अवैध बस्ती क्षेत्र में चोरी बड़े पैमाने पर हो रही है। ऐसे क्षेत्रों को विद्युत मंडल ने चिन्हित किया और इन क्षेत्रों में अंडरग्राउंड विद्युत केबल डालने का प्रस्ताव पास किया गया और इसके टेंडर हुए। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने इस कार्य का भूमि पूजन भी किया था। शहर के कई इलाके जैसे भैरवगढ़ के समीप पारस नगर एवं अन्य बस्तियाँ जहाँ पर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी हो रही, इसके अलावा शहर में आगर रोड नाका की बस्तियाँ जिसमें विराटनगर, शक्ति नगर, बजरंग नगर, गुलमोहर कॉलोनी एवं अन्य क्षेत्र हैं, इसके अलावा बोहरा बाखल एवं अन्य क्षेत्रों में भी चोरी होती है। इसी को देखते हुए अब शहर में 11 किलोमीटर अंडरग्राउंड विद्युत केबल डालने का काम शुरू किया गया है। पहले चरण में काल भैरवगढ़ क्षेत्र में काम शुरू किया गया है। यहाँ पारस नगर में केबल डालने का काम शुरू हो गया है, वहीं आगर रोड पर भी विभिन्न बस्तियों में यह काम शुरू हो गया है। विद्युत मंडल के कार्यपालन यंत्री सतीश कुमरावत ने बताया वैसे तो अंडरग्राउंड केबल डालने का टेंडर का समय 2 साल है लेकिन इस काम को 6 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 11 किलोमीटर की अंडरग्राउंड केवल 6 महीने में डाल दी जाएगी। विद्युत मंडल के इस कार्य से लाइन लास में कमी आएगी।