नई दिल्ली. लेबनान (Lebanon) में इजरायल (Israel) की ओर से किए गए पेजर अटैक (pager attack) ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है. पेजर के बाद वॉकी-टॉकी (Walkie-Talkie) अटैक भी हुआ. इजरायल भले इसे स्वीकार नहीं कर रहा हो, लेकिन फिलहाल लेबनान पर अटैक करने का प्लान कोई दूसरा देश नहीं बना सकता है. न्यूज एजेंसीकी रिपोर्ट में दावा है कि इस पेजर अटैक को इजरायल की सीक्रेट साइबर ब्रांच ‘यूनिट 8200’ ने अंजाम दिया है. यह एजेंसी इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का हिस्सा नहीं है, लेकिन उसके साथ मिलकर ऑपरेशन जरूर करती है.
यूनिट 8200 में काम करते हैं बेस्ट एजेंट्स
इजरायल डिफेंस एंड सिक्योरिटी फोरम के रिसर्च डायरेक्टर योसी कुपरवासेर का एक बयान आया है. उन्होंने कहा, हम इसकी पुष्टि नहीं करते कि पेजर अटैक के पीछे कोई सैन्य खुफिया इकाई शामिल थी. लेकिन उन्होंने आगे कहा कि यूनिट 8200 के एजेंट्स इजरायली सेना के सबसे बेस्ट ऑफिसर्स हैं. हम इस यूनिट में केवल उन्हीं लोगों को चुनते हैं जो बेस्ट होते हैं.’ बता दें कि इस यूनिट की तुलना US नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी से भी की जाती है.
यूनिट 8200 के दो बड़े ऑपरेशन
1. इजरायल की सीक्रेट साइबर ब्रांच यूनिट 8200 ने साल 2018 में पश्चिमी देश पर इस्लामिक स्टेट के हवाई हमले को फेल किया था. इस बात का खुलासा IDF (इजरायली डिफेंस फोर्स) ने किया था.
2. दावा है कि यूनिट 8200 स्टक्सनेट हमले का हिस्सा भी थी. इसी हमले के जरिये इजरायल ने ईरानी परमाणु सेंट्रीफ्यूज को अक्षम कर डाला था.
PMO को रिपोर्ट करती है यूनिट 8200
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यूनिट 8200 इजरायल में डायरेक्ट PMO को रिपोर्ट करती है. मोसाद के साथ भी ये कई ऑपरेशन में शामिल रहे हैं. इज साइबर ब्रांच ने एकदम से पेजर अटैक नहीं किया, बल्कि पहले इसका ट्रायल किया. जब उनका ट्रायल सफल हुआ, फिर लेबनान में इतना बड़ा अटैक किया गया.
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