नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर बधाई देते हुए पत्र लिखा है. इस दौरान खरगे ने कहा, ‘सबसे पहले मैं आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई देता हूं. इसके साथ ही ऐसे मुद्दे पर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं जो सीधे लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा हुआ है. आप अवगत होंगे कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ख़िलाफ़ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक बयानों का सिलसिला चल रहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चिट्ठी में ये भी लिखा,’मुझे दुःख के साथ कहना पड़ता है कि बीजेपी और आपके सहयोगी दलों के नेताओं ने जिस हिंसक भाषा का प्रयोग किया है, वह भविष्य के लिए घातक है. दुनिया हैरान है कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश के मंत्री, लोक सभा में प्रतिपक्ष के नेता को “नंबर एक आतंकवादी” कह रहे हैं.
खरगे ने आगे लिखा कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार में सहयोगी दल का एक विधायक, नेता प्रतिपक्ष की “जुबान काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम” देने की घोषणा कर रहे हैं. जबकि, दिल्ली में एक बीजेपी नेता एवं पूर्व विधायक, उनका “हश्र दादी जैसा” करने की धमकी दे रहे हैं. खरगे ने कहा कि भारतीय संस्कृति अहिंसा, सद्भाव और प्रेम के लिए विश्व भर में जानी जाती है. इन बिंदुओं को हमारे नायकों ने राजनीति में मानक के रूप में स्थापित किया. गांधीजी ने अंग्रेजी राज में ही इन मानकों को राजनीति का अहम हिस्सा बना दिया था.
आदरणीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी को मेरा पत्र —
सबसे पहले मैं आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई देता हूं।
इसके साथ ही ऐसे मुद्दे पर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं जो सीधे लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा हुआ है।
आप अवगत होंगे कि लोक सभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी के… pic.twitter.com/dpfzm3v8mK
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 17, 2024
नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चिट्ठी में आगे लिखा,’ आजादी के बाद संसदीय परिधि में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सम्मानजनक अहसमतियों का एक लंबा इतिहास रहा है. इसने भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया. ऐसे में कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता और नेता इस बात को लेकर काफी चिंतित हैं. क्योंकि ऐसी घृणा फैलाने वाली शक्तियों के चलते राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, और राजीव गांधी को शहादत देनी पड़ी है. सत्ताधारी दल का यह राजनीतिक व्यवहार लोकतांत्रिक इतिहास का अशिष्टतम उदाहरण है.
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मैं आपसे अनुरोध और अपेक्षा करता हूं कि आप कृपया अपने नेताओं पर अनुशासन और मर्यादा का अंकुश लगायें. उचित आचरण का निर्देश दें. ऐसे बयानों के लिए कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भारतीय राजनीति को पतनशील बनने से रोका जा सके. ताकि, कोई अनहोनी न हो. मैं भरोसा करता हूं कि आप इन नेताओं को हिंसक बयानों को तत्काल रोकने के बारे में अपेक्षित कार्यवाही करेंगे.
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