डेस्क: लंबे अरसे बाद मध्य प्रदेश की बीजेपी राजनीति में गुटबाजी उभरकर सामने आ रही है. छतरपुर में सांसद, केंद्रीय मंत्री और विधायक के बीच अनबन हो रही है. विधायक ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस एजेंट को अपना प्रतिनिधि बना लिया है. वहीं केंद्रीय मंत्री का कहना है कि यह आयातित लोग है, अपनी विचारधारा नहीं समझेंगे. मध्य प्रदेश में बीजेपी की इस गुटबाजी की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक भी हो गई है.
बता दें महाराजपुर से बीजेपी के मंत्री रहे मानवेंद्र सिंह के बाद अब छतरपुर विधायक ललिता यादव ने केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक पर कांग्रेस नेताओं का पक्ष लेने व विधायकों के काम में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है. विधायक ने कहा, ”मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने कांग्रेस के एजेंट को अपना प्रतिनिधि बना लिया है.”
इन आरोपों पर केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने मीडिया के सामने कहा, “आरोप लगाने वालों को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन आरोप लगाने वालों को मैं चुनौती देता हूं कि जैसे मैं खुलेआम कहता हूं कि एक आरोप सिद्ध करके बताएं तो मैं हर तरह की सजा भुगतने को तैयार हूं. मैं आरोप लगाने वालों को यह कहना चाहता हूं कि वह राजनीति में स्वयं के लिए आए हैं, उन्होंने पंडित दीनदयाल को नहीं पढ़ा. हम तो हर किसी से चौराहे पर चर्चा करने को तैयार हैं. पहले हम से बहस तो कर लें, फिर हम पर आरोप लगाएं.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं 29 सालों से राजनीति कर रहा हूं, केवल एक ही व्यक्ति को तकलीफ इसलिए हो रही कि वहां पर चल रहे अवैध कारोबार को मैंने प्रशासन से रोकने के लिए कहा है. जिससे बिलबिलाकर यह आरोप लगाए हैं. मैं एक व्यक्ति नहीं, पूरे खानदान को चुनौती देता हूं. पूरा खानदान और जितने रिश्तेदार हैं, एक आरोप सिद्ध करके बता दें. अब बरैया के छत्ते में हाथ डाला है तो अब आरोप लगाने वालों को उसके लिए तैयार भी रहना चाहिए. ये आयातित लोग हैं, वह हमारी विचाराधारा से ही नहीं है. हमें क्या सिखाएंगे, स्वयं का जीवन देखें फिर दूसरों को नसीहत देने आगे आएं.”
विधायक ललिता यादव ने कहा कि मानवेंद्र सिंह पूर्व मंत्री हैं, उनके बेटे विधायक हैं, उन्होंने जो बयान दिया है वह सत्य है. सत्य इसलिए है कि हमारे टीकमगढ़ क्षेत्र के सांसद वीरेन्द्र कुमार, जो मंत्री भी हैं. उन्हें देखकर प्रतिनिधि बनाना चाहिए. कांग्रेस के एजेंट रहे हैं, वह भी आज सांसद प्रतिनिधि हैं. जो कांग्रेस के एजेंट रहे उन्हें सांसद प्रतिनिधि बनाया जाए, यह न्यायोचित नहीं है. इनके हस्तक्षेप से परेशान हैं, हर विधानसभा में हस्तक्षेप करते हैं.
उन्होंने कहा, ”पार्टी गाइड लाइन पर सभी को चलना चाहिए. यदि पार्टी के अनुसार काम नहीं करेंगे तो हम लोगों को तकलीफ होगी. जो चार महीने पहले बीजेपी के खिलाफ काम कर रहे थे, उन्हें आप सांसद प्रतिनिधि बना रहे हैं, यह गलत है.”
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved