बहराइच । उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बहराइच (Bahraich) में अबतक पांच आदमखोर भेड़ियों (Wolf) को पकड़ा जा चुका है, उसके बाद भी उनका आतंक (Terror) कम नहीं हुआ है. 10 सितंबर की रात अकेले बचे खूंखार ‘लंगड़ा सरदार’ भेड़िये ने दो गांवों में हमले किए, जिसमें 11-11 साल की दो बच्चियां बुरी तरह घायल हो गईं. उन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
वन विभाग की टीम ने बीते 10 सितंबर को ही पांचवें भेड़िये को पकड़ा था. इसके बाद अकेले बचे भेड़िये ने देर रात दो बच्चियों पर हमला किया. आदमखोर ने गदेरन पूर्वा गांव की 11 वर्षीय सुमन और खैरीघाट की शिवानी को अपना निशाना बनाया है. सुमन का इलाज बहराइच के जिला अस्पताल में चल रहा है, जबकि शिवानी सीएचसी महसी में एडमिट है. इससे पहले भी देखा गया है कि जब भी इनके झुंड का कोई भेड़िया पकड़ा जाता है तो ये खूंखार आदमखोर और भी ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं. इस मामले में भी यही हुआ है, जब बीते मंगलवार को मादा भेड़िये को पकड़ा गया, उसके बाद देर रात उसके नर भेड़िये ने हमला कर दिया.
बहराइच में मौजूद वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि महसी तहसील में चल रहे ‘ऑपरेशन भेड़िया’ अभियान के तहत मंगलवार को पांचवां भेड़िया पकड़ा गया. यह अभियान छह भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा है. झुंड ने जुलाई से अब तक आठ लोगों की जान ले ली है और 20 से अधिक लोगों को घायल कर दिया है.
प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने न्यूज एजेंसी को बताया कि पांचवां आदमखोर भेड़िया हरभंसपुर गांव के पास घाघरा नदी के पास पकड़ा गया. उन्होंने कहा- “अब झुंड का आखिरी भेड़िया, जो लंगड़ा है, वही बचा है. उम्मीद है कि उसे भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.”
उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम को सोमवार रात को इलाके में भेड़िये के पैरों के निशान मिले थे. रात में ऑपरेशन नहीं हो पाने के कारण सुबह वन विभाग की चार टीमें पहुंचीं और इलाके को घेर लिया. भेड़िया भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन तभी वन विभाग द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गया. ग्रामीणों की मदद से वनकर्मियों ने भेड़िये को पकड़कर पिंजरे में बंद कर दिया.
लंगड़ा भेड़िया से खतरा
अधिकारियों के मुताबिक, जब तक लंगड़ा भेड़िया पकड़ा नहीं जाता, तब तक खतरा बना रहेगा. 17 जुलाई से चल रहे अभियान ‘ऑपरेशन भेड़िया’ का उद्देश्य बहराइच जिले की महसी तहसील के 50 गांवों में आतंक मचाने वाले छह भेड़ियों के झुंड को पकड़ना है. अबतक इन भेड़ियों के हमले में नौ बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 50 से ज्यादा लोग घायल भी हैं.
बहराइच में 200 पुलिसकर्मी, 18 शूटर तैनात
बहराइच में इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की लगभग 25 टीमें लगी हुई हैं. इससे पहले बहराइच में भेड़ियों से लोगों को बचाने के लिए 200 पुलिसकर्मियों और देखकर ही मार गिराने वाले 18 शूटरों को इन गांवों में तैनात किया गया था.
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