भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के 8 हजार से अधिक अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) द्वारा अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को भोपाल प्रदर्शन किया जा रहा है. अतिथि शिक्षक सीएम हाउस घेरने निकले थे, जिन्हें पुलिस द्वारा रोका जा रहा है. इस दौरान पुलिस ने लाठियों से अतिथि शिक्षकों को पीछे धकेल दिया है, जिससे गिरने की वजह कुछ अतिथि शिक्षक घायल हुए हैं.
यह प्रदर्शन अतिथि शिक्षक महासंघ, मप्र के बैनर तले किया जा रहा है. इस दौरान सभी अतिथि शिक्षक अंबेडकर मैदान मेंहु जुटे ए हैं. वहां से सीएम हाउस का घेराव करने जा रहे थे पुलिस ने बलपूर्वक रोक लिया जिसके बाद वे सब धरने पर बैठ गए. बारिश भी लगातार जारी है. अतिथि शिक्षक नियमितिकरण सहित पांच मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह परिहार का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 सितंबर 2023 को अतिथि शिक्षक पंचायत में अतिथि शिक्षकों को नियमित कर ‘गुरुजी’ के समान वेतनमान देने की बात कही थी, लेकिन आज तक यह वादा पूरा नहीं हो सका है. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि अतिथि शिक्षक को बेरोजगार नहीं किया जाए, लेकिन सीधी भर्ती प्रमोशन और ट्रांसफर से हजारों लोगों को बेराजगार कर दिया है.
इधर अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन को कांग्रेस का भी समर्थन मिला है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ट्वीट कर लिखा कि मेरा अतिथि शिक्षकों को पूर्ण समर्थन है. आप डरिए मत लड़ते रहिए आपकी लड़ाई में हर स्तर पर लड़ा रहा हूं. सरकार अतिथि शिक्षकों से किया वादा भूल गई. प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर धरना देने राजधानी भोपाल के अंबेडकर नगर पहुंचे. शिवराज सरकार ने इन्हें नियमित करने का वादा किया था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ. मैं अतिथि शिक्षकों के साथ हूं. सीएम मोहन यादव इन अतिथि शिक्षकों से किया वादा पूरा करिए.
अनुभव के आधार पर नीति बनाकर अतिथि शिक्षकों को 12 माह का सेवाकाल और पद स्थाई करें. अतिथि शिक्षक स्कोर कार्ड में प्रत्येक सत्र के अनुभव के 10 अंक अधिकतम 100 अंक सभी वर्गों में शामिल करें. 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाले अतिथि शिक्षकों को एक और मौका दिया जाए. अतिथि शिक्षक भर्ती में वार्षिक अनुबंध सत्र 2024-25 से लागू करे.
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