नई दिल्ली । कालिंदी एक्सप्रेस (Kalindi Express)को पटरी से उतारने की साजिश की जांच(Investigation of the conspiracy) जारी है। इसी बीच खबर है कि एक सप्ताह के अंदर रेलगाड़ियों को पटरी(tracks for trains) से उतारने की 3 बार कोशिश हुई है। साथ ही इस दौरान पथराव के भी दो मामले सामने आए हैं। हालांकि, आंकड़ों को लेकर रेल मंत्रालय की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हाल ही में पटरी पर गैस सिलेंडर मिला था, लेकिन चालक की सूझबूझ के चलते बड़ा हादसा होने से बच गया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बीते सप्ताह में रेल को पटरी से उतारने की 3 बार कोशिश और 2 बार पथराव आपराधिक मंशा की ओर इशारा कर रहे हैं। अधिकारियों ने इस बात पर भी जोर दिया है कि इस तरह की घटनाएं बड़ी चिंता बन गईं हैं।
अखबार के अनुसार, हाल ही में आतंकवादी फरहतउल्लाह गौरी ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने समर्थकों से बड़े स्तर पर रेलगाड़ियों को पटरी से उतारने की अपील की थी। साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर को चोट पहुंचाने के लिए सप्लाई चेन को भी निशाना बनाने की बात कही गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल जून से लेकर अब तक ऐसे 17 मामले सामने आ चुके हैं, जहां लोको पायलट्स या रेल स्टाफ का पटरियों पर पत्थर, लकड़ी के टुकड़े, सिग्नल से छेड़छाड़ जैसी चीजों से सामना हुआ है।
इसके अलावा कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स के पटरियों के गलत इस्तेमाल की खबरें भी सामने आती रही हैं। इन संबंधों में आरपीएफ की तरफ से केस दर्ज किए जा चुके हैं। साथ ही कई अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पहचान किए गए संवेदनशील इलाकों से गुजर रहीं पटरियों की जांच पर खास ध्यान दिया जाना है।
अखबार से बातचीत में एक अधिकारी ने कहा, ‘यह एक बेहद मुश्किल काम है, लेकिन किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।’ रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया है कि 5 सितंबर को सोलापुर के कुर्दुवाड़ी स्टेशन के पास हादसा होने से बच गया। तब जानबूझकर किसी ने पटरियों पर गलत स्लैब रख दिया था, लेकिन खबर है कि अलर्ट लोको पायलट ने समय पर ट्रेन रोक ली।
पटरियों पर मिला सिलेंडर
समाचार एजेंसी के अनुसार, कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश के सिलसिले में सोमवार को दो स्थानीय हिस्ट्रीशीटरों समेत छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। कानपुर पश्चिम के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजेश कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है। सिंह ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है, लेकिन मीडिया से विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया।
कानपुर जिले में एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया जब अज्ञात लोगों ने प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के सामने पटरी पर रसोई गैस सिलेंडर रख दिया। इसे देखकर चालक ने इमर्जेंसी ब्रेक लगा दी और सिलेंडर उससे टकराकर दूर जा गिरा। घटना में आतंकवादियों का हाथ होने की आशंका के मद्देनजर आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) ने भी मामले की अलग से जांच शुरू की है।
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