इंफाल। मणिपुर में पिछले साल भड़की हिंसा के बाद अभी भी तनाव बना हुआ है। यहां के इंफाल पश्चिम जिले के एक गांव में संदिग्ध उग्रवादियों ने कम से कम पांच खाली पड़े घरों को जला दिया। इसकी जानकारी सोमवार को पुलिस ने दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों ने रविवार दोपहर से पहाड़ी की चोटियों से लेकर कुतुक और पड़ोसी कदांगबंद के निचले घाटी इलाकों में अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी। बाद में वे कौतुक गांव के बाहरी इलाके में पहुंचने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि रविवार दोपहर करीब ढाई बजे शुरू हुईं गोलीबारी और बम हमले के बाद लोग अपने घरों से भाग गए थे। बदमाश तथ्यों ने पांच खाली पड़े घरों को जला दिया। हालांकि, रविवार रात सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों को खदेड़ दिया।
उन्होंने आगे बताया कि उग्रवादियों के हमले में एक सितंबर को एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य घायल हुए हैं। बता दें, पिछले साल मई में मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क गई थी। उसके बाद से राज्य की राजधानी इंफाल से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित कौतुक में कई हमले हो चुके हैं।
पुलिस ने बताया कि रविवार को संदिग्ध उग्रवादियों के हमले से निवासियों में दहशत फैल गई और महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को सुरक्षित इलाकों में भागने के लिए मजबूर होना पड़ा था। मणिपुर पुलिस ने यह भी दावा किया कि हमले में रॉकेट चालित ग्रेनेड और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
एक अधिकारी ने गोलीबारी और बम हमले को लेकर कहा, ‘इंफाल पश्चिम के कोउरुक में हुए एक हमले में उग्रवादियों ने उच्च तकनीक वाले ड्रोन का उपयोग करके कई आरपीजी तैनात किए हैं। इन हमलों की अधिकारी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और पुलिस किसी भी आकस्मिक स्थिति का जवाब देने के लिए तैयार हैं।’
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