छतरपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में थाने पर हुई पत्थरबाजी (police station stone pelting) के मामले में पुलिस के ऐक्शन (police action) का दायरा बढ़ता जा रहा है। पुलिस की रडार पर उस दिन प्रदर्शन और पत्थरबाजी में शामिल करीब 1000 लोग हैं। शुरुआत में पुलिस ने 46 आरोपियों पर नामजद एफआईआर दर्ज की, जबकि 150 से ज्यादा अन्य को आरोपी बनाया है। इस बीच पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद शहजाद अली (Shahzad Ali) को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
पुलिस मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली समेत 37 को गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें अलग-अलग पड़ताल और खोजबीन कर रही है। छतरपुर के एसपी अगम जैन (SP Agam Jain) का कहना है कि पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। घटना के वक्त थाने में पथराव के दौरान लगभग 1000 लोग थे।
एसपी ने कहा, ‘पहले दिन जो कार्रवाई की गई थी वह शुरुआती थी। अब थाने के अंदर-बाहर लगे CCTV और वहां मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के बयानों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। घटना में जितने भी लोग मौजूद थे पुलिस किसी को भी नही छोड़ेगी। मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली से भी पुलिस ने तीन दिनों तक पूछताछ करके यह पता लगाने की कोशिश की है कि घटना के पीछे और कौन से लोग शामिल हैं। पुलिस ने यह भी पता लगाने की कोशिश की है कि उस दिन घटना अचानक हुई या फिर इसके पीछे कोई साजिश थी।
14 दिन के लिए जेल भेजा गया शहजाद अली
हाजी शहजाद अली की तीन दिनों की पुलिस रिमांड शुक्रवार को खत्म हो गई। जिला अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद पुलिस ने अली को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने हाजी शहजाद अली को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। शहजाद अली की कोर्ट में पेशी से लेकर जेल भेजे जाने तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
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