मुंबई। यूपी (UP) के बहराइच में भेड़ियों के हमले (wolf attacks in bahraich) में महिला और मासूम की मौत से दहशत का आलम है। ऐसे में यूपी के वन मंत्री अरुण सक्सेना (Forest Minister Arun Saxena) ने बुधवार को बहराइच में महसी तहसील के भेड़िया प्रभावित इलाकों का दौरा किया। जिले के महसी तहसील के हरदी व खैरीघाट इलाके में बीते डेढ़ माह से आदमखोर भेड़िया का आतंक छाया हुआ है। इनके हमले में अभी तक सात बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
हमलावर भेड़ियों को पकड़ने के लिए कुल 11 टीम लगाई गई हैं। जो ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी कर रहे हैं, और पकड़ने की जुगत में लगे हुए हैं। इन इलाकों का जायजा लेने के बाद वन मंत्री ने कहा कि जल्द ही यह भेड़िए पकड़े जाएंगे। वन विभाग की टीम लगातार इन्हें पकड़ने का प्रयास कर रही है। वन मंत्री ने यह भी बताया कि पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से मुआवजा भी दिया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि इन भेड़ियों को अति शीघ्र ही पकड़ लिया जाएगा। सभी टीमें प्रयासरत हैं ग्रामीणों को भी जल्दी राहत मिल जाएगी। प्रमुख वन संरक्षक रेनू सिंह ने कहा कि वो खुद इन इलाकों में कैम्प करेंगी। जबतक ये नरभक्षी पकड़ नहीं लिए जाते तब तक वह राहत की सांस नही लेंगी।
इससे पहले भेड़िए ने 60 वर्षीय महिला पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। वहीं पांच वर्षीय मासूम को उठा ले गया और उसे निवाला बना लिया था। छत्तर पुरवा निवासी तीन मासूम बच्चे व एक महिला सहित चार और लोग भी घायल हुए थे। जिलाधिकारी ने घटनास्थल का दौरा कर हमलावर भेड़िए को पकड़ने के निर्देश दिए थे।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत महसी के कुम्हारन पुरवा गांव निवासी रीता देवी पत्नी राम नरेश रविवार की रात आंगन में सो रही थी। रात 12 बजे भेड़िए ने घर में घुसकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल महिला को परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महसी लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही विधायक सुरेश्वर सिंह पहुंचे और गंभीरता से जांच की। डीएफओ अजीत प्रताप सिंह, एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह, बीडीओ महसी हेमंत कुमार यादव, सीओ रूपेंद्र गौड़ सहित वनकर्मी, पुलिस कर्मी व कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर हमलावर भेड़िए की तलाश में शुरू की।
इसी तरह सोमवार की भोर 4 बजे खैरीघाट थाने के भवानीपुर के महजिदिया निवासी ननकू की 30 वर्षीय पत्नी काजल छत पर सोई हुई थी। भोर में वह बच्ची को दूध पिलाने नीचे आई। तभी भेड़िए ने बच्ची पर झपट्टा मारा। काजल ने बच्ची को छुपा लिया। इस पर भेड़िए ने काजल के सिर को जबड़े में भर लिया। शोर सुनकर परिजन दौड़े तो भेड़िया भाग निकला। घायल महिला को सीएचसी में भर्ती कर इलाज करवाया गया है।
हाथों में बंदूक थाम जनता के प्रहरी बने महसी विधायक
महसी के विधायक भी हाथों में बंदूक थाम कर जनता के प्रहरी बनकर भेड़ियों से रक्षा को गांवों में उतर पड़े हैं। विधायक महसी सुरेश्वर सिंह अपने बेटे अखंड प्रताप सिंह के साथ विभिन्न गांवों में रात भर गश्त करते नजर आते हैं।
शुक्रवार की रात से लगातार एक हाथ में बंदूक और दूसरे हाथ में टॉर्च लेकर प्रभावित गांवों में गश्त करते रहे। वह ग्रामीणों को मासूमों के साथ बाहर न सोने की सलाह दे रहे हैं और सर्च आपरेशन की निगरानी के लिए रात भर गांव-गांव घूम रहे हैं। छह माह में विभिन्न गांवों में हुए हमलों में हुई आठ मासूमों व एक महिला सहित नौ की मौतों से आहत विधायक ने कहा कि हमलों में मारे गए बच्चों के परिजनों व घायलों की पीड़ा से मन बहुत आहत है। उनकी कोशिश है कि महसी को इस आपदा से जल्द ही निजात दिला सकें।
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