डेस्क: ‘खान यूनिस के कसाई’ को ढूंढने में अमेरिका और इजराइल की एजेंसियों के पसीने छूट रहे हैं. दोनों ही देशों की एजेंसियां हमास के नए पॉलिटिकल चीफ याह्या सिनवार को ढूंढने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहीं हैं लेकिन 11 महीने की जंग के बाद भी उनके हाथ खाली हैं.
दरअसल सिनवार को इजराइल में 7 अक्टूबर को हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. जंग की शुरुआत से ही इजराइली सेना याह्या सिनवार की तलाश में गाज़ा पट्टी की खाक छान रही है. अब तक जानकारी थी कि वह सुरंग में रहकर ‘मानव कूरियर’ के नेटवर्क के जरिए अपना संदेश पहुंचाता है लेकिन अमेरिका मीडिया के मुताबिक एजेंसियों को शक है कि सिनवार सुरंग से बाहर आ चुका है और गाज़ा की सड़कों पर एक महिला का भेष बदलकर घूम रहा है.
7 अक्टूबर के बाद से ही इजराइली एजेंसी शिन बेत ने याह्या सिनवार को पकड़ने के लिए एक स्पेशल यूनिट का गठन किया था, वहीं CIA ने भी इजराइल की मदद के लिए एक टास्क फोर्स बनाया था. इन टीमों का मकसद याह्या सिनवार के कम्यूनिकेशन को इंटरसेप्ट कर उसे जिंदा पकड़ना था.
इजराइल और अमेरिका का मानना है कि अगर सिनवार उसके कब्जे में आ जाए तो हमास को आसानी से घुटने पर लाया जा सकता है. लेकिन गाज़ा पट्टी में बने सुरंगों के जाल ने इन जांच एजेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बताया जाता है कि कई बार वह इजराइली सेना को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा है. जंग के दौरान ऐसे कई मौके आए जब इजराइली सेना को उसके ठिकानों की जानकारी मिली, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही सिनवार भाग चुका होता था.
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