- पानी की चिंता हो रही है कम-तीन दिन में 1062 एमसीएफटी पानी की बढ़त- 80 फीसदी पानी आया
उज्जैन। गंभीर डेम में लगातार पानी बढ़ रहा है और आज सुबह 1500 एमसीएफटी आ गया था। उल्लेखनीय है कि 2250 मिलियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी)जल संग्रहण क्षमता वाले गंभीर बांध में शुक्रवार सुबह 469 एमसीएफटी पानी शेष रह गया था। लेकिन इंदौर के यशवंत सागर का गेट खोलने के बाद शनिवार रात 8 बजे 1208 एमसीएफटी पानी जमा हो गया था। गंभीर डेम प्रभारी पीएचई के इंजीनियर राजीव शुक्ला ने चर्चा में बताया कि गत शुक्रवार रात 8 बजे तक गंभीर डेम में जल स्तर 469 एमसीएफटी रह गया था। परंतु बांध के कैचमेंट ऐरिया में इसी दिन से शुरु हुई बारिश तथा इंदौर के यशवंत सागर बांध के ओवरफ्लो होने तथा उसका एक गेट खोले जाने के कारण पानी की आवक शुरु हो गई थी।
शनिवार सुबह 8 बजे तक करीब 12 घंटे की अवधि में बांध का लेवल 469 एमसीएफटी से बढकऱ 854 एमसीएफटी पर आ गया था। इसके बाद भी डेम में पानी की धीमी आवक हो रही थी। वहीं शनिवार रात 8 बजे तक डेम का लेवल 1208 एमसीएफटी तक पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि कल सुबह रविवार को इंदौर में यशवंत सागर के गेट बंद हो गए थे। परंतु शाम को फिर उसका एक गेट खोला गया। जिसके चलते आज सुबह 10 बजे तक तभी से गंभीर बांध में पानी की आवक बनी हुई थी। इस समय तक डेम में कुल 1531 एमसीएफटी पानी भर गया था। यह बांध की क्षमता का लगभग 80 प्रतिशत है। बांध में अब एक दिन छोड़कर जलप्रदाय के मान से पूरे वर्ष की व्यवस्था हो गई है। हालांकि बांध की कुल क्षमता 2250 एमसीएफटी है। उल्लेखनीय है कि शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर डेम का दायरा उज्जैन में तहसील फाजलपुरा, खरेट, नलवा, सेमदिया, असलाना, खेमासा, एरवास, कडारिया, भेरूखेडा, पारदीखेडा, अजराना, टकवासा, घटिया तहसील अंतर्गत अबोंदिया, बड़वई, बडनगऱ तहसील अंतर्गत कंथारखेडी, बमनापाती, मतांगना, छानखेडी, खडोतिया, चिकली, भोंडोवास, ब्राहमण बडोदा, निम्बोदा, नाहरखेडी गांव शामिल है। इन क्षेत्रों में अगर अच्छी बारिश होती है तो गंभीर डेम में पानी की आवक होने लगती है और वाटर लेवल बढऩे लगता है।
24 घंटे में 2 इंच से अधिक वर्षा
इधर उज्जैन में रविवार सुबह 8 बजे से लेकर आज सोमवार सुबह 8 बजे तक वेधशाला में 61.6 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई। इसे मिलाकर सीजन में कुल 665 मिमी अर्थात 26.18 इंच बारिश हुई है। अभी भी यह आंकड़ा औसत बारिश से करीब 10 इंच कम है। वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि फिलहाल पश्चिमी मध्यप्रदेश में मानसून का सिस्टम सक्रिय है और अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना है।