उज्जैन। आज सुबह शिप्रा स्नान करने आया युवक दत्त अखाड़ा घाट पर पानी में डूब गया और इस तरह शिप्रा में एक और मौत हो गई। शिप्रा में आए दिन लोगों के डूबने की घटनाएँ हो रही है तथा पूर्व में कई लोगों की मौत हो चुकी है। तैराकों ने शव को पानी से बाहर निकाला।
महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि आज सुबह 7 बजे उक्त घटना हुई। राघौगढ़ निवासी धीरज पिता श्यामलाल अहिरवार उम्र 35 साल अपनी माँ विमलाबाई और भानेज सुदामा के साथ ट्रेन से उज्जैन पहुंचा तथा पूरा परिवार महाकालेश्वर के दर्शन से पहले शिप्रा नदी में स्नान करने के लिए दत्त अखाड़ा घाट पर पहुँच गए थे। नहाने के दौरान धीरज बीच नदी में जाकर गहरे पानी में डूबने लगा। यह देख उसकी माँ विमला और भानेज ने शोर मचाया लेकिन तब तक धीरज डूब गया था। वहाँ मौजूद तैराकों ने शोर सुनकर नदी में छलांग लगाकर उसकी खोजबीन शुरू की और आधे घंटे की मशक्कत के बाद उसका शव पानी से बाहर निकाला जा सका। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लेकर आए। आज सुबह मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। बताया जाता है कि मृतक की पत्नी विवाद के बाद से मायके में रह रही है।
गंभीर डेम अभी भी खाली, 500 एमसीएफटी पानी
उज्जैन। बारिश के सीजन का आधा समय बीत जाने के बाद भी अब तक शहर की पेयजल व्यवस्था का एकमात्र बड़ा साधन गंभीर डेम अब तक नहीं भर पाया है। इस बार बारिश के इस आधे सीजन में गंभीर डेम के पानी संग्रहण का आंकड़ा 500 एमसीएफटी से अधिक नहीं पहुँच पाया। 25 जून के बाद से मौसम विभाग बारिश का मौसम मानता है और 25 जून से 21 अगस्त तक का समय बीत चुका है और माना जा रहा है कि बारिश के सीजन का आधा समय अब तक बीत चुका है और अभी तक गंभीर डेम नहीं भर पाया है। वर्तमान में गंभीर डेम में मात्र 460 एमसीएफटी पानी है और इस बार 500 के पार आंकड़ा नहीं पहुँचा है।
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