नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव (Jammu and Kashmir Assembly Elections) का ऐलान होते ही राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने साफ कर दिया है कि वह केंद्र शासित प्रदेश में अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी और कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन करेगी. इस बीच कांग्रेस ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं और उसने इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने की बात कही है. हालांकि उसने कहा है कि गठबंधन के मापदंड लोकसभा चुनाव से अलग होंगे.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा है कि पार्टी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए एक सम्मानजनक गठबंधन बनाने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ बातचीत के लिए तैयार है. दरअसल, तारिक हमीद कर्रा से पूछा गया था कि क्या उनकी पार्टी कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन करेगी.
लोकसभा चुनाव के दौरान हुए गठबंधन को लेकर कर्ना ने कहा, ‘पिछले गठबंधन के अलग-अलग मापदंड थे. यह राष्ट्रीय स्तर पर था और संसदीय चुनावों और विधानसभा चुनावों के बीच मापदंड हमेशा अलग-अलग होते हैं इसलिए हमें जम्मू-कश्मीर में पार्टी के बात करनी होगी. हमें दिल्ली की लीडरशिप से आश्वासन दिया गया है कि एक सम्मानजनक गठबंधन होगा.’
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘हमें कार्यभार संभालने के तुरंत बाद चर्चा शुरू करनी होगी और मुझे अपने सहयोगियों के साथ चर्चा करनी होगी और उसके बाद ही हम निर्णय लेंगे. हम बीजेपी के वर्चस्ववादी रवैए के खिलाफ लड़ रहे हैं. हम इसके लिए तैयार हैं. उन्हें राज्य का दर्जा बहाल करना होगा. साथ ही, जो कानून हम पर थोपे गए थे उन पर भी विचार करना होगा. आमतौर पर लोग बीजेपी के रवैए से तंग आ चुके हैं.’
इधर, जम्मू-कश्मीर के बीजेपी अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि पार्टी चुनाव से पहले कोई गठबंधन नहीं करेगी. हालांकि कश्मीर घाटी में 8 से 10 निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन जरूर करेगी. पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और जल्द ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का ऐलान किया जाएगा. बीजेपी कश्मीर घाटी में अपने उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में उतारेगी और बहुमत से चुनाव जीतने में सफल होगी.
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