बेरूत: इजरायल (Israel) और लेबनानी गुट हिजबुल्लाह (Lebanese group Hezbollah) के बीच इस समय काफी तनाव है। बीते महीने बेरूत (Beirut) में हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुकर (Fuad Shukr) की हत्या के बाद इजरायल-लेबनान सीमा पर पूर्ण युद्ध छिड़ने का अंदेशा है। रक्षा एक्सपर्ट का दावा है कि हिजबुल्लाह के पास मौजूद मिसाइल (missiles) और ड्रोन (drones) की मारक क्षमता इतनी है कि अगर तनाव बड़े पैमाने पर युद्ध में बदलता है तो वह गुट इजरायल के उत्तरी क्षेत्रों में तकरीबन 150 अरब डॉलर की आर्थिक, औद्योगिक, खाद्य सुविधाओं और संपत्तियों को नष्ट कर सकता है। ये बहस इसलिए बढ़ गई है क्योंकि हिजबुल्लाह ने एक वीडियो जारी करते हुए दावा किया है कि इजरायल का बड़ा हिस्सा उसकी मिसाइलों की जद में है।
स्पुतनिक इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, हिजबुल्लाह की क्षमता ‘इजरायल के आर्थिक केंद्र’ के लिए खतरा हैं, जो देश के उत्तर में है। यहीं से इजरायल का 80 प्रतिशत अनाज उत्पादन, 70 प्रतिशत डेयरी आपूर्ति और 40 प्रतिशत मांस आपूर्ति होती है। तनुवा या एडोम जैसे इजरायली कृषि व्यवसाय के खिलाफ हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया इजरायल के खाद्य बाजार को ‘पंगु’ कर सकती है। इजरायल की 60 प्रतिशत तेल शोधन और ईंधन उत्पादन क्षमता लेबनानी सीमा से 35 किमी दक्षिण में एकर बंदरगाह के पास केंद्रित है। यह सभी इजरायल के संवेदनशील आर्थिक केंद्र हैं, जो हिजबुल्लाह की मिसाइलों और ड्रोन हथियारों के दायरे में हैं। ड्रोन इसलिए भी इजरायल के लिए परेशानी का सबब हैं क्योंकि ये उसके एयर डिफेंस नेटवर्क के खिलाफ प्रभावी साबित हुए हैं। ये एयर डिफेंस बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल के लिए डिजाइन किया गया है लेकिन ये जमीन के करीब उड़ने वाले ड्रोन को लक्षित करने में उतना कारगर साबित नहीं हुआ है।
हिजबुल्लाह दे रहा है इजरायल को कड़ा संदेश
हिजबुल्लाह ने हाल ही में एक वीडियो जारी करते हुए एक बड़े भूमिगत मिसाइल बेस को दिखाया था। ये इजरायल को एक संदेश भेजने की कोशिश है, जिसमें कहा गया कि लेबनान के पास पूर्व के मुकाबले कहीं ज्यादा हथियार और सैन्य उपकरण हैं। वीडियो फुटेज में एक सुरंग नेटवर्क दिखाया गया है जो रॉकेट लॉन्च करने वाले ट्रकों को चलाने के लिए पर्याप्त है। इसमें कुछ लॉन्च साइटें भी हैं, जहां से मिसाइलों को लॉन्च किया जा सकता है। हिजबुल्लाह ने चेतावनी देते हुए कहा कि इजरायल को उस नियति और वास्तविकता का सामना करना पड़ेगा जिसकी उसने कभी उम्मीद नहीं की है।
हिजबुल्लाह ने हाल ही में अपने हूपो ड्रोन का उपयोग करके इजरायल की हवाई सुरक्षा में घुसने की अपनी क्षमता साबित की है। जुलाई में समूह ने उत्तरी इजरायल में स्वतंत्र रूप से संचालित होने वाले एक ड्रोन के फुटेज प्रकाशित किए, जिसमें लेबनानी सीमा से 45 किमी दूर स्थित एक प्रमुख एयरबेस सहित आईडीएफ सुविधाओं के हाई-रिजॉल्यूशन फुटेज को फिल्माया गया था। समूह ने इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर शूट किए गए ड्रोन फुटेज भी प्रकाशित किए, जिसमें तोपखाने की बैटरी, रडार साइट और आयरन डोम वायु और मिसाइल रक्षा प्लेटफॉर्म शामिल थे। गाजा में युद्ध के बाद उपजे क्षेत्रीय तनाव के बाद उत्तर में हिजबुल्लाह और यमन के हूतियों की ओर से लाल सागर शिपिंग पर हमलों की वजह से इजरायल की चिंता में वृद्धि हुई है।
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