ढाका: बांग्लादेश (Bangladesh) में कार्यवाहक सरकार (caretaker government) के मुखिया मोहम्मद यूनुस (mohammed yunus) के दावों और सुरक्षा के भरोसे के बावजूद हिंदुओं (Hindus) पर हमले थम नहीं रहे हैं। इस्लामिक कट्टरपंथियों ने ढाका कॉलेज (Dhaka College) के हिंदा छात्रावास पर हमला कर मंदिर और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया है। हमले के दौरान छात्रावास के पश्चिमी हिस्से में स्थित हिंदू मंदिर की मूर्तियों को तोड़ दिया गया और कीमती सामान चुरा लिए गए। ढाका में शेख हसीना सरकार गिरने के बाद से ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले शुरू हो गए थे, जो अभी तक जारी हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार मूकदर्शक बनी हई है। न तो मुकदमा दायर किए जा रहा है और न ही गिरफ्तारी या कोई कार्रवाई हो रही है।
शेख हसीना के जाने के बाद शुरू हुए हमले
बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में कोटा हटाने को लेकर उग्र आंदोलन के बाद 5 अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़कर भाग गई थीं। इसके बाद से ही बांग्लादेश में लक्षित हिंसा में हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक 250 से ज्यादा जगहों पर हिंदू समुदाय के घरों और मंदिरों पर हमले हुए हैं। हमलों के विरोध में हिंदू समुदाय ने देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन किए हैं।
हिंदुओं से मिले थे मोहम्मद यूनुस
हिंदुओं पर बढ़ते हमलों के बीच बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने बीते सप्ताह मंगलवार को राजधानी ढाका के प्रसिद्ध ढाकेश्वरी देवी मंदिर का दौरा किया था। इस दौरान मोहम्मद यूनुस ने हिंदू समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की थी और उनकी सुरक्षा का वादा किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि देश में सभी के अधिकार बराबर हैं। उन्होंने आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्रों से देश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा था।
बीते शुक्रवार को मोहम्मद यूनुस ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर जानकारी दी थी। इस दौरान प्रोफेसर यूनुस ने नई दिल्ली को बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को भरोसा दिया था। मोहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यकों पर हमलों को स्वीकार किया लेकिन साथ ही यह भी कहा कि इन घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।
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