काबुल: पाकिस्तानी सेना (pakistan army) और तालिबान (Taliban) के बीच सीमा पर तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। पाकिस्तान की सेना टीटीपी आतंकियों (TTP terrorists) को निशाना बनाने के लिए अफगानिस्तान के अंदर अपने फाइटर जेट (fighter jets) और किलर ड्रोन विमान (killer drone aircraft) भेज रही है। पाकिस्तानी सेना के इस कदम से तालिबानी सरकार (Taliban Government) भड़क उठी है और डूरंड लाइन पर दोनों तरफ से तोपें गरज रही हैं। बताया जा रहा है कि तोरखम सीमाई इलाके में पाकिस्तानी सेना और अफगान तालिबान के बीच यह लड़ाई चल रही है। अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना ने दो अफगान बच्चों और एक महिला की हत्या कर दी है। दोनों तरफ से अभी भी जोरदार लड़ाई चल रही है और तोपों से भारी गोलाबारी हो रही है। बताया जा रहा है कि तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच एक चेकपोस्ट को बनाने को लेकर भी तनाव भड़का हआ है।
इस तालिबानी सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि उनकी सरकार पाकिस्तानी सेना के फाइटर जेट के घुसने की जांच कर रहे हैं। इससे पहले अफगान जनता ने शिकायत की थी कि पाकिस्तानी सेना के फाइटर जेट कुनार और नानगरहार प्रांतों में अफगान हवाई क्षेत्र में गश्त लगा रहे हैं। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी देश को अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र के उल्लंघन का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी फाइटर जेट के गश्त लगाने की खबर अगर सही है तो हम सख्त कारवाई करेंगे। अफगान मीडिया के मुताबिक जब तक तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच विवाद के मुख्य कारणों का हल नहीं किया जाता है, इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी।
तालिबान के रास्ते टीटीपी के आतंकी
इससे पहले पाकिस्तान ने अमेरिकी ड्रोन विमानों को भी अपना हवाई क्षेत्र मुहैया कराया था ताकि वे अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र में गश्त लगा सकें। इसका भी तालिबान ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच टीटीपी आतंकियों को लेकर सबसे ज्यादा विवाद है। टीटीपी आतंकी पाकिस्तान की सरकार को गैर इस्लामिक मानते हैं। यही नहीं जिस तरह से तालिबान ने अशरफ गनी की सरकार को हटाकर अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया, ठीक उसी तरह से वे पाकिस्तान पर कब्जा करने के लिए खूनी हमले कर रहे हैं। इन हमलों में अब तक बड़ी तादाद में पाकिस्तानी सैनिक और आम नागरिक मारे गए हैं।
टीटीपी आतंकियों का लक्ष्य है कि पाकिस्तान के अंदर शरिया कानून लागू किया जाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब पाकिस्तान के नॉर्थ वजीरिस्तान प्रांत में टीटीपी आतंकियों ने कई इलाकों पर अपना कब्जा कर लिया है। टीटीपी आतंकियों ने सार्वजनिक सड़कों को खोद दिया है ताकि पाकिस्तानी सैनिक जल्दी नहीं पहुंच सकें। ठीक इसी तरह की रणनीति को तालिबान ने अशरफ गनी सरकार के खिलाफ अपनाया था। स्थानीय पाकिस्तानी नागरिकों का कहना है कि टीटीपी आतंकियों ने धमकी दी है कि वे अपने हमले तेज करेंगे। उन्होंने सड़कें खराब कर दी हैं जिससे इलाके में सप्लाई लाइन में बाधा आ गई है। वहीं तालिबान और पाकिस्तान की सेना के बीच डूरंड लाइन को लेकर विवाद बना हुआ है। तालिबान ने साफ कह दिया है कि वह अंग्रेजों की खींची हुई सीमा रेखा को नहीं मानता है। इससे पाकिस्तानी सेना के साथ उसकी झड़प बढ़ रही है।
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