नई दिल्ली। मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अपनी पहली सोलर गीगा-फैक्टरी शुरू करने की योजना बना रही है। भारत के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी साल 2035 तक ऑपरेशन से नेट-जीरो कार्बन एमिशन का लक्ष्य हासिल करने के दिशा में आगे बढ़ रही है।
रिलायंस ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक सोलर फोटोवोल्टिक मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट के पहले स्टेज को शुरू करना और साल 2026 तक चरणबद्ध तरीके से इसे 20 गीगावाट तक बढ़ाना है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस सोलर गीगा-फैक्टरी में एक ही जगह पर पीवी मॉड्यूल, सेल, वेफर्स और सिल्लियां, पॉलीसिलिकॉन और ग्लास का निर्माण होगा।
कंपनी ने साल 2025 में मेगावाट स्तर पर सोडियम-आयन सेल उत्पादन का औद्योगिकीकरण करने और साल 2026 में पहली बार 50 मेगावाट घंटा प्रति वर्ष लिथियम बैटरी सेल बनाने का लक्ष्य भी तय किया है। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने साल 2021 में घोषणा की थी कि वे साल 2030 तक 100 गीगावाट रीन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी पर आधारित एक नया फ्यूल बिजनेस तैयार करने के लिए 3 सालों में 10 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी।
इस योजना के तहत गुजरात के जामनगर में रीन्यूएबल एनर्जी डिवाइस, बैटरी स्टोरेज, फ्यूल सेल और हाइड्रोजन के निर्माण के लिए चार गीगा फैक्टरी स्थापित किए जाने हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा, ”हमने ऐसे कारखाने स्थापित करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जो हमारे इंटीग्रेटेड सोलर पीवी मैन्यूफैक्चरिंग का हिस्सा होंगे।”
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