नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर “हर घर तिरंगा” अभियान के लिए लोगों से की गई अपील पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि वह एक ऐसे राष्ट्रीय प्रतीक को हथियाने का प्रयास कर रहे हैं, जिसे “उनके वैचारिक रिश्तेदारों ने लंबे समय से नकार दिया है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को लोगों से “हर घर तिरंगा” अभियान को एक यादगार जन आंदोलन बनाने के लिए कहा, क्योंकि उन्होंने एक्स पर अपनी प्रोफाइल तस्वीर को राष्ट्रीय ध्वज से बदल दिया और सभी से ऐसा करने का आग्रह किया. पीएम मोदी के “हर घर तिरंगा” अभियान पर कांग्रेस महासचिव प्रभारी संचार जयराम रमेश ने एक्स पर कहा कि वह “तिरंगा के साथ आरएसएस के संबंधों का संक्षिप्त इतिहास” है.
जयराम रमेश ने आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि दूसरे प्रमुख एमएस गोलवलकर की पुस्तक बंच ऑफ थॉट्स में तिरंग को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाने के कांग्रेस के फैसले की आलोचना की थी और इसे ‘सांप्रदायिक’ और ‘बहिष्कार और नकल का मामला’ बताया था. उन्होंने कहा कि आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने 1947 में लिखा था कि तिरंगे का ‘हिंदुओं द्वारा कभी सम्मान नहीं किया जाएगा और न ही इसे अपनाया जाएगा. तीन शब्द अपने आप में एक बुराई है और तीन रंगों वाला झंडा निश्चित रूप से बहुत बुरा मनोवैज्ञानिक प्रभाव पैदा करेगा और देश के लिए हानिकारक है.
रमेश ने आगे कहा कि 2015 में आरएसएस ने कहा था कि “राष्ट्रीय ध्वज पर भगवा ही एकमात्र रंग होना चाहिए क्योंकि अन्य रंग सांप्रदायिक विचार का प्रतिनिधित्व करते हैं.”
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