नई दिल्ली: रोहिणी स्थित एक मेंटल हॉस्पिटल फिर से चर्चा में आ गया है. हॉस्पिटल का नाम है ‘आशा की किरण’ होम. इस बार यहां सिर्फ जुलाई के 20 दिनों में 13 बच्चों की रहस्मय तरीके से मौत हो गई है. जानकारी बाहर आते ही प्राशासन से लेकर सरकार तक हड़कंप मच गई. हरकत में आते हुए दिल्ली के आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी ने तुरंत मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया.
मंत्री ने अपने आदेश में लिखा कि मुझे पता चला कि जनवरी से कहा कि आतिशी ने लिखा है कि मुझे पता चला है, ‘इस साल जनवरी से लेकर अब तक 20 बच्चों की रहस्मय तरीके से मौत हो चुकी है. हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते, इसलिए जांच के आदेश दे रहे हैं.’ हॉस्पिटल की पहचान ‘आशा की किरण’ होम के रूप में हुई है. इस साल जनवरी से अब तक यहां 27 लोगों की मौत हो चुकी है.
आतिशी ने अपने जांच के कहा, ‘मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिली है कि जनवरी 2024 से दिल्ली के रोहिणी स्थित ‘आशा किरण होम’ (मानसिक रूप से विकलांगों के लिए) में 27 बच्चों की मौत हुई हैं. ये मौतें कथित तौर पर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और कुपोषण के कारण हुई हैं. यह दर्शाता है कि इन बच्चों को अपेक्षित सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. राजधानी दिल्ली में ऐसी बुरी खबर सुनना बहुत चौंकाने वाला है और अगर यह सच पाया जाता है तो हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और इसकी गहन जांच की जानी चाहिए ताकि इन बच्चों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए ऐसे सभी केयर होम की स्थिति में सुधार करने के लिए पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कठोर कदम उठाए जा सके.’
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