मनीला: दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में चीन (China) की दादागिरी (bullying) से जूझ रहा फिलीपीन्स (Philippines) ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) खरीदने के बाद अब भारत (India) से बड़े पैमाने ( large scale) पर अन्य हथियार खरीदने की तैयारी कर रहा है। फिलीपीन्स चीन के खतरे से निपटने के लिए घातक हथियारों को खरीदकर रक्षा आधुनिकीकरण पर फोकस कर रहा है। भारत में फिलीपीन्स के राजदूत जोसेल एफ इग्नासिओ ने कहा कि प्रतिरोधक क्षमता हासिल करने के लिए भारत के हथियार बेहद मुफीद हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी फिलीपीन्स भारत से हथियार खरीदते रहेगा। दरअसल, भारत और फिलीपीन्स दोनों का दुश्मन चीन है और इसी वजह से मनीला और नई दिल्ली में रक्षा संबंध लगातार मजबूत होते जा रहे हैं।
फिलीपीन्स के राजदूत जोसेल ने एबीपी लाइव को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत अब फिलीपीन्स के लिए एक ‘स्वाभाविक पार्टनर’ है। खासकर ‘होरिजोन 3’ प्लान के तहत फिलीपीन्स की सेना को आधुनिक बनाने में भारत की भूमिका अहम है। इस प्लान का ऐलान साल 2023 में फिलीपीन्स के राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर ने किया था। जोसेल ने कहा, ‘कई चरणों में पिछले एक दशक से फिलीपीन्स की सेना एक आधुनिकीकरण प्रोग्राम चला रही है।’ उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए हमने जरूरत के आधार पर एक शापिंग लिस्ट बनाई है।
फिलीपीन्स चीन के खिलाफ कर रहा बड़ी सैन्य तैयारी
जोशेल ने कहा, ‘भारत की प्रतिष्ठा और भारत की क्षमता की वजह से फिलीपीन्स ने उसे टॉप लिस्ट में डाल रखा है। हमारे रक्षा प्रतिष्ठान, हमारी सेना एक योग्य पार्टनर की तलाश में थी और भारत मैं समझता हूं कि फिलीपीन्स का स्वाभाविक पार्टनर है।’ फिलीपीन्स की सरकार ने होरिजोन 1 और होरिजोन 2 नाम से सेना को आधुनिक बनाने का कार्यक्रम क्रमश: साल 2013 और 2018 में शुरू किया था। अब नए राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर ने होरिजोन 3 कार्यक्रम शुरू किया है जिसके तहत चीन के साथ तनाव को देखते हुए फिलीपीन्स की क्षेत्रीय और तटीय सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है। इस पूरे कार्यक्रम को अगले 10 साल तक चलाया जाएगा।
फिलीपीन्स का अमेरिका के साथ रक्षा समझौता है। फिलीपीन्स अब लगातार भारत के साथ रक्षा समझौता बढ़ा रहा है ताकि चीन की चुनौती से मिलकर निपटा जा सके। भारत ने हाल ही में फिलीपीन्स को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की आपूर्ति की है। साल 2022 में यह पूरा सौदा 37 करोड़ 50 लाख डॉलर का हुआ था। फिलीपीन्स के राजदूत ने कहा कि यह रक्षा भागीदारी दोनों देशों के बीच जारी रहेगी। फिलीपीन्स के पास कुल 7600 द्वीप हैं और उनकी सुरक्षा करना उसके लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
चीन के सामने तैनात है ब्रह्मोस मिसाइल
चीन ने इन द्वीपीय इलाकों पर नजर गड़ा रखी है जो लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। फिलीपीन्स की नौसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल को चीन को लक्ष्य करके तैनात किया है। राजदूत ने संकेत दिया कि आने वाले समय में भारत के साथ कई बड़े रक्षा सौदे होने जा रहे हैं। भारत फिलीपीन्स को नौसैनिक सिस्टम, फाइटर प्लेन, तोप और सैन्य हेलिकॉप्टर बेचना चाहता है। इसको लेकर बातचीत चल रही है।
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