नई दिल्ली (New Delhi) । पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank), बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) समेत अन्य बैंकों से लिया जाने वाले होम लोन व कार लोन (Home loan and car loan) महंगा होने जा रहा है। इसके साथ ही, जो लोग पहले से इन बैंकों से ऋण लिए हुए हैं तो उनकी ईएमआई भी बढ़ने जा रही है, क्योंकि दोनों बैंकों ने सीमांत निधि लागत आधार ऋण दर (MCLR) को बढ़ा दिया है। दोनों ही बैंकों ने बढ़ाई गए एमसीएलआर दरों को गुरुवार से ही लागू कर दिया है। जबकि दूसरे बैंक भी अपनी एमसीएलआर को बढ़ाने जा रहे हैं।
पंजाब नेशनल बैंक ने 0.05 प्रतिशत (पांच बेसिस प्वाइंट) का इजाफा किया है। इसी तरह से बैंक ऑफ इंडिया एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर दर को 8.90 से बढ़ाकर 8.95 कर दिया है। बाकि अवधि की दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। वहीं, पीएनबी ने एक महीने की अवधि के लिए 8.30 से बढ़ाकर 8.35 प्रतिशत, तीन महीने के लिए 8.50 से बढ़ाकर 8.55, छह महीने के लिए 8.70 की जगह 8.75, एक साल के लिए 8.85 की जगह 8.90 प्रतिशत और तीन साल की अवधि के लिए 9.15 की जगह पर 9.20 प्रतिशत कर दिया है।
क्या होती है एमसीएलआर
जब हम किसी बैंक से ऋण लेते हैं तो बैंक द्वारा लिए जाने वाले ब्याज की न्यूनतम दर को आधार दर कहा जाता है। रिजर्व बैंक के नियमों के तहत आधार दर से कम पर कोई भी बैंक ऋण नहीं दे सकता लेकिन आधार दर की जगह पर बैंक अब एमसीएलआर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी गणना धनराशि की सीमांत लागत, प्रीमियम अवधि, संचालन खर्च और नकदी भंडार अनुपात को बनाए रखने की लागत के आधार पर होती है और इसी गणना के आधार पर लोन दिया जाता है।
एचडीएफसी बैंक ने फर्जी निवेश मंचों को लेकर चेताया
एचडीएफसी बैंक ने अपने ग्राहकों को निवेश के अवसर देने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले कारोबारी मंचों के बारे में गुरुवार को सतर्क रहने की सलाह दी। बैंक ने अपनी सलाह में कहा कि निवेश धोखाधड़ी के मामलों में धोखेबाज आमतौर पर शेयर, आईपीओ, क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन जैसी परिसंपत्तियों में निवेश पर असामान्य रूप से अधिक रिटर्न का वादा करते हुए नजर जाते हैं। इस फर्जीवाड़े में नकली स्वचालित निवेश मंच या ऐप बनाना भी शामिल है जहां पर पीड़ितों को निवेश में उच्च रिटर्न का संकेत देने वाले नकली डैशबोर्ड दिखाई देते हैं।
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