नई दिल्ली (New Delhi) । अमित शाह (Amit Shah) को लेकर दिए अपने बयान (Statement) पर शरद पवार (Sharad Pawar) घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा नेताओं (BJP Leaders) का कहना है कि शरद पवार जब यूपीए में मंत्री थे तो उन्होंने साजिश करके अमित शाह को फंसाया। अब वह ऐसा बयान दे रहे हैं। शरद पवार को अमित शाह से माफी मांगनी चाहिए। शरद पवार ने अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा था कि कानून का दुरुपयोग करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। आज वह देश के गृहमंत्री हैं। अब इस पर भाजपा सांसद पीयूष गोयल समेत कई नेताओं ने लेकर शरद पवार को आड़े हाथों लिया है। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि अमित शाह को कोर्ट से क्लीन चिट मिली थी। वहीं, भाजपा मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा शरद पवार को निजी हमले करने से बचना चाहिए। शरद पवार से अमित शाह पर उस वक्त तंज कसा था जब उन्होंने पवार को भ्रष्टाचार का सरगना कहा था।
पीयूष गोयल ने कहा कि शरद पवार यूपीए सरकार का अहम हिस्सा थे। यूपीए सरकार ने शाह के खिलाफ गलत और बेबुनियाद केस लगाए, जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार को एहसास हो चुका था कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रसिद्धि बढ़ती जा रही है। यूपीए को यह भी एहसास था कि वह गुजरात का अगला चुनाव हारने जा रही है। इसको देखते हुए उसने शाह पर झूठे इल्जाम लगाए और उनकी मंशा नरेंद्र मोदी को भी फंसाने की थी। गोयल ने कहा कि पवार तब कैबिनेट मंत्री थे और इस साजिश का हिस्सा थे।
गौरतलब है कि बीते रविवार को पुणे में भाजपा के राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा था कि भारतीय राजनीति में कोई भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा ‘सरगना’ है तो वह शरद पवार हैं। इस बारे में मेरे मन में कोई भ्रम नहीं है। मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि पवार ने देश में भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया है। इसके जवाब में शरद पवार ने उनके ऊपर हमला बोला था। हालांकि अमित शाह को महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के साथियों से ही इसको लेकर सुनना पड़ा था। अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के एक नेता ने कहा था कि शाह को शरद पवार के बारे में ऐसा नहीं कहना चाहिए था। अजीत पवार नीत एनसीपी, भाजपा का सहयोगी दल है।
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