नई दिल्ली (New Delhi)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (Bharatiya Janata Party (BJP) ने दो राज्यों – बिहार और राजस्थान (Bihar and Rajasthan) में नए प्रदेशाध्यक्षों की नियुक्ति (Appointment of new state presidents) की है। भाजपा (BJP) ने बड़ा बदलाव करते हुए बिहार की कमान दिलीप जायसवाल (Dilip Jaiswal) के हाथ में दे दी है। इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पार्टी (Deputy Chief Minister Samrat Chaudhary Party) के प्रदेश अध्यक्ष थे। वहीं राजस्थान में भी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बदलाव किया है। भाजपा ने मदन राठौड़ को राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।
कौन हैं दिलीप जायसवाल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिलीप जायसवाल को सम्राट चौधरी की जगह बिहार बीजेपी का अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने बिहार भाजपा की कमान ऐसे समय संभाली है, जब अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भाजपा सूत्रों का कहना है कि सम्राट चौधरी को पार्टी की कमान देकर बिहार में पार्टी और एनडीए गठबंधन को कोई लाभ नहीं मिला। वे लोकसभा चुनाव में यादवों के बाद ओबीसी में दूसरे सबसे बड़े समूह कुशवाहा समुदाय के मतदाताओं को आकर्षित करने में विफल रहे।
दिलीप जायसवाल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। वह वर्तमान में नीतीश कुमार की सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री हैं। वह बिहार के खगड़िया जिले से आते हैं और वैश्य समुदाय के एक मजबूत नेता माने जाते हैं। बिहार में हाल ही में हुए जाति आधारित सर्वेक्षण के अनुसार यह सबसे बड़ी जाति है, जिसकी आबादी 36 प्रतिशत से अधिक है।
दिलीप जायसवाल लगातार लगभग 20 वर्षों तक बिहार भाजपा के कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं। भाजपा ने उन्हें सिक्किम भाजपा का प्रभारी बनाया था। वह किशनगंज स्थित माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के एमडी भी हैं। पिछले सप्ताह उन्होंने अपने ही अपने विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर खलबली मचा दी थी। उन्होंने कहा था कि राजस्व विभाग में बिना पैसे के कोई काम नहीं हो रहा है।
भाजपा के नए अध्यक्ष दिलीप जायसवाल तीन बार एमलसी रहे हैं। उन्होंने 2022 में पूर्णिया, किशनगंज, अररिया जिलों को मिलाकर बनी विधान परिषद की सीट पर जीतकर चौंका दिया। इस चुनाव में मुखिया , पंचायत समिति, जिला परिषद सदस्य और वार्ड के चुने हुए प्रतिनिधि वोट करते हैं। इस चुनाव में वह सबसे अधिक वोट से चुनाव जीते थे।
सीमांचल में भाजपा के पोस्टर बॉय हैं दिलीप जायसवाल
दिलीप जायसवाल ने मुखर होकर सीमांचल में हिंदुत्व की राजनीति की है। यही वजह है कि भाजपा ने 2014 के चुनाव में उन्हें किशनगंज जैसी मुस्लिम बहुल लोकसभा सीट से टिकट दिया था। वह 2 लाख से अधिक वोट से चुनाव हार गए थे। दिलीप जायसवाल की हालांकि, राज्यव्यापी छवि नहीं है। उन्हें कभी भाजपा के कद्दावर नेता सुशील मोदी का करीबी माना जाता था। यही वजह है कि नीतीश कुमार भी उन्हें पसंद करेंगे।
दो बार के विधायक हैं मदन राठौड़
राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की बात करें तो उन्हें बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार किया जाता है। मदन राठौड़ एक ओबीसी नेता और दो बार के विधायक रह चुके हैं। मदन राठौड़ पाली जिले की सुमेरपुर विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। वे पूर्व बीजेपी सरकार यानी वसुंधरा राजे के शासन में सरकारी उप मुख्य सचेतक भी रह चुके हैं।
छह राज्यों में नए प्रभारी भी नियुक्त
इनके अलावा भाजपा ने छह राज्यों के लिए नए प्रभारी भी नियुक्त किए हैं। जिनमें हरीश द्विवेदी को असम, सांसद अतुल गर्ग को चंडीगढ़, अरविंद मेनन को लक्षद्वीप और तमिलनाडु, राधामोहन दास अग्रवाल को राजस्थान, डॉ. राजदीप रॉय को त्रिपुरा का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
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