इंदौर। मप्र शासन द्वारा जारी किए गए निर्देश के बावजूद भी कर्मचारी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे है। दफ्तर आने का 10 बजे का समय उन्हें रास नहीं आ रहा, लेकिन जाने के समय में 6 बजे सीट छोड़ देते हैं। कलेक्टर 330 कर्मचारियों के 1 दिन के वेतन काटने के निर्देश जारी क्या करें बाबुओं को घर-परिवार याद आ गया। कर्मचारियों ने वेतन कटौती को लेकर कलेक्टर से माफी की गुहार लगाई। सशर्त समझाइश देकर छूट दी गईकि यदि अब समय पर दफ्तर नहीं पहुंचे तो इससे कड़ी सजा झेलनी होगी।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने निर्देश जारी कर सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को समय पर कार्यालय पहुंचने के निर्देश जारी किए। कलेक्टर, अपर कलेक्टर, एसडीएम ने आदेश मानते हुए समय पर दफ्तर पहुंचना शुरू कर दिया, लेकिन खत्म नहीं हुई। 5 तारीख को औचक निरीक्षण कर 330 कर्मचारियों के खिलाफ एक दिन का वेतन काटने के निर्देश जारी किए, जिसे लेकर कर्मचारी संगठन ने माफी की गुजारिश कर ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर के समक्ष संयुक्त रूप से उपस्थित हुए सभी विभागों के कर्मचारियों ने माफी मांगते हुए कहा कि पारिवारिक समस्याओं के कारण यह गलती हुई है। अब दोबारा इस तरह की गलती नहीं होगी। अनुरोध करते हुए एक दिन के वेतन को राजसात करने के आदेश को वापस लेने की मांग रखी है। कर्मचारियों ने सर्विस बे्रक हो जाने और सेवानिवृत्ति पर पेंशन प्रकरण प्रभावित होने का हवाला दिया। कलेक्टर ने दया दिखाते हुए दंड मुक्त करने के निर्देश जारी किए।
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