भोपाल: मोहन सरकार में मंत्री (Minister in Mohan Government) नागर सिंह चौहान (Nagar Singh Chauhan) के मंत्री पद छोड़ने की अटकलें चल रही है. सोमवार को उनको दिल्ली तलब (Delhi summons) किया गया था, वह रात में ही दिल्ली रवाना भी हो गए थे. जहां उन्हें बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात करनी थी. वहीं मंगलवार को उनका एक फेसबुक वीडियो (Facebook Video) सामने आया है. जिससे एक बार फिर अटकलों की बाजार गर्म हो गया है. दरअसल, वीडियो के जरिए उन्होंने जनता और समर्थकों से शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्म जयंती पर आजाद नगर नहीं पहुंच पाने पर खेद जताया है. लेकिन इस वीडियों में उन्होंने खुद को मंत्री नहीं बल्कि विधायक बताया है. जिससे यह बात फिर शुरू हो गयी है कि क्या नागर सिंह चौहान ने मंत्री पद से दूरी बना ली है.
मोहन सरकार में मंत्री नागर सिंह चौहान वन एवं पर्यावरण विभाग लिए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं. सोमवार को उन्होंने बयान दिया था कि वह मंत्री पद छोड़ देंगे. यह खबर अलीराजपुर से भोपाल और भोपाल से दिल्ली तक पहुंची. जिसके बाद नागर सिंह चौहान को बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने आनन-फानन में दिल्ली बुला लिया. फिलहाल वह दिल्ली में ही है. लेकिन मंगलवार के दिन उन्हें शहीद चंद्रशेखर आजाद की जयंती के मौके पर आजाद नगर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित होना था.
लेकिन वह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे, जिसके लिए उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो जारी कर खेद व्यक्त किया था. इस वीडियो में नागर सिंह चौहान ने खुद को मंत्री की जगह केवल अलीराजपुर विधायक बताया, वीडियो में कही भी उन्होंने खुद को मंत्री नहीं कहा जबकि वह मोहन सरकार में अनुसूचित जाति विभाग के मंत्री हैं. जिससे यह माना जा रहा है कि दिल्ली पहुंचने के बाद भी नागर सिंह चौहान की नाराजगी खत्म नहीं हुई है.
दरअसल, नागर सिंह चौहान अपना विभाग लिए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं. मोहन सरकार ने उन्हें दो विभागों की जिम्मेदारी सौंपी थी. जिसमें वन एवं पर्यावरण विभाग भी शामिल था. लेकिन कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए और मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी सौंप दी गई. इस बात से नागर सिंह चौहान नाराज नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि यह फैसला उनको बताए बिना ही ले लिया गया है. ऐसे में नागर सिंह चौहान ने कहा वह अगर अपने लोगों की मदद नहीं कर सकते हैं तो वह मंत्री पद छोड़ देंगे और विधायक पद रहकर ही काम करेंगे. जिसके बाद उन्हें दिल्ली बुलाया गया है. वह फिलहाल दिल्ली में ही है, जहां उनकी बीजेपी संगठन के बड़े नेताओं से मुलाकात हो सकती है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved