नई दिल्ली (New Delhi)। देशभर में मॉनसून की बारिश (Monsoon Rains) आफत बनकर बरस रही है. भारत के कई राज्य (Many states of India) इन दिनों बाढ़ की चपेट (Affected by flood) में हैं, जिसकी वजह से आवागमन बाधित हो गया है और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग ने 23 जुलाई को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, ओडिशा और गोवा के कुछ इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट (Heavy rain alert.) जारी किया गया है।
दिल्ली का मौसम
दिल्ली-एनसीआर में उमस भरी गर्मी के बीच बीते दिन हल्की बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया है. मौसम विभाग ने 24 जुलाई तक दिल्ली में तेज बारिश की संभावना जताई है. IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
देश के मौसम का हाल
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, तटीय कर्नाटक और दक्षिणी राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश संभव है. वहीं पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम ट्रेन के साथ एक या दो भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, केरल, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मोटर ट्रेन संभव है. जम्मू कश्मीर हरियाणा पंजाब दिल्ली पूर्वी उत्तर प्रदेश तमिलनाडु और रायलसीमा में हल्की बारिश संभव है.
देश की मौसमी गतिविधियां
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, ओडिशा के तटीय क्षेत्र में अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है और अब एक अच्छी तरह से चिह्नित निचले स्तर के रूप में आंतरिक ओडिशा पर स्थित है. वहीं औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ आंतरिक ओडिशा के ऊपर अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र जैसलमेर कोटा गुना जबलपुर रायपुर से होकर गुजरती है और वहां से दक्षिण पूर्व दिशा की ओर बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी तक जाती है।
इसके अलावा हिमाचल प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. चक्रवाती परिसंचरण योग राजस्थान के मध्य भाग, गुजरात के कच्छ क्षेत्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. वहीं अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक फैली हुई है।
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