मुंबई (Mumbai)। उत्तर प्रदेश में कांवड़ियों (Kanwadis in Uttar Pradesh) वाले रूट पर सभी खाने-पीने की चीजों की दुकानों के बाहर दुकानदार और काम करने वालों के नाम की प्लेट (name plate) लगाने का आदेश योगी सरकार ने दिया है। इसे लेकर विपक्ष दलों ने मोर्च खोल रखा है। भाजपा (BJP) की सहयोगी जयंत चौधरी की पार्टी रालोद, नीतीश की जदयू, चिराग पासवान की एलजेपी भी विरोध कर रही हैं।
राजनीति दलों में वार-पलटवार के बीच अभिनेता सोनू सूद में इस विवाद में कूद गए हैं। सोनू सूद ने कहा कि हर दुकान पर केवल एक नेम प्लेट होनी चाहिए ह्यूमनिटी (मानवता)। सोनू सूद कोरोना काल में छात्रों और दूसरे जिलों में काम करने वालों की मदद करने के बाद आम लोगों में काफी लोकप्रिय हो गए थे। उनकी मदद से न सिर्फ विदेशों में रह रहे हजारों लोगों को घर लौटने में मदद मिली थी बल्कि देश में भी एक शहर से दूसरे शहर में अपने घरों तक पहुंचने में लोगों को मदद मिल सकी थी।
View this post on Instagram
नेम प्लेट को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती ने भी विरोध किया है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी नेम प्लेट को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने कांवड़ मार्ग पर दुकानों पर मालिक का नाम लिखने के आदेश को विभाजनकारी मानसिकता का परिणाम बताते हुए शुक्रवा को कहा कि इस आदेश को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने आज यहां कहा कि हमारा संविधान हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा। उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है।
उन्होंने कहा कि समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध है। यह आदेश तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और जिन अधिकारियों ने इसे जारी किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved