रांची: नीट-यूजी पेपर लीक मामले में पटना के एम्स के चार छात्रों को गिरफ्तार करने के बाद अब सीबीआई की यह जांच रांची के रिम्स अस्पताल में हो रही है. सीबीआई को रिम्स अस्पताल सॉल्वर गैंग में शामिल लोगों की सूचना मिली थी, जिसके बाद सीबीआई ने रिम्स की फर्स्ट ईयर साल 2023 बैच की छात्रा पर अपना शिकंजा कसा है.
सॉल्वर गैंग की खोज में सीबीआई की टीम रांची पहुंच गई है, जहां पर पेपर लीक से जुड़े मामले में सॉल्वर गैंग में शामिल होने की सूचना मिलने पर रिम्स अस्पताल की छात्रा को हिरासत में लिया गया है. मिली हुई जानकारी के मुताबिक, छात्रा रामगढ़ जिले की रहने वाली है और रिम्स अस्पताल में साल 2023 बैच की फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट है, फिलहाल सीबीआई की टीम इस मामले में उससे पूछताछ कर रही है.
रिम्स की छात्रा को हिरासत में लेने से पहले सीबीआई ने पटना के एम्स के 4 स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया था, जिनमें से 3 स्टूडेंट्स थर्ड ईयर और एक स्टूडेंट सेकेंड ईयर का है, जिनकी पहचान चंदन कुमार (थर्ड ईयर) राहुल कुमार (सेकेंड ईयर) करण जैन (थर्ड ईयर), कुमार शानू (थर्ड ईयर) के तौर पर की गई है. सिनियर फैकल्टी मेंबर की मौजूदगी में पहले इन चारों छात्रों के पूछताछ की गई उसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया.
चारों छात्र हॉस्टल में रहते थे, हिरासत में लेने के बाद उन सभी के कमरों को भी सील कर दिया गया है. इन चारो छात्रों को गिरफ्तार करने से पहले जांच टीम ने पटना से पंकज उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया था, जिसने पूछताछ के समय खुलासा किया कि उसने नीट का पेपर हजारीबाग के ट्रंक से चोरी किया था और चोरी करने के बाद उसने एक सॉल्वर गैंग को पेपर सॉल्व करने को दिया था, जिसके बाद जांच में इन चारों छात्रों का पता लगाया गया.
पंकज ने ही इन चारों छात्रों की पहचान की है और बताया कि इन चारों एमबीबीएस के छात्रों को सॉल्व करने के लिए दिया था, इन चारों ने पेपर सॉल्व किए थे. सीबीआई ने इन चारों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया जिसके बाद उनकी सीबीआई कस्टडी ली है. इन चारों के मोबाइल फोन और लैपटॉप और भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जब्त कर लिया है. पंकज के अलावा सीबीआई ने पेपर चोरी करने में साथ देने के लिए पंकज के साथी राजू को भी गिरफ्तार किया.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved