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    बाइडन बोले- ‘ट्रंप का दौर अश्वेत अमेरिकियों के लिए नरक..’; दो ट्रिलियन USD कर कटौती पर भी सवाल

  • July 17, 2024

    नेवादा (अमेरिका)। अमेरिका (America) में जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव (presidential election) का समय करीब आ रहा है, दोनों प्रतिद्वंद्वी खेमों- डेमोक्रेट और रिपब्लिकन (Democrats and Republicans) के बीच जुबानी जंग बढ़ती जा रही है। नेवादा (Nevada0 में एक सभा के दौरान डेमोक्रेट नेता और राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने कहा, हमारी राजनीति हिंसा से जुड़ी है, इसका मतलब यह नहीं है कि हमें सच बोलना बंद कर देना चाहिए। आप कौन हैं, आपने क्या किया है, आप क्या करेंगे, यह सब जायज सवाल हैं।


    बाइडन ने 33वें अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन के एक कथन का जिक्र कर कहा, ‘ट्रूनैन ने कहा था कि मैंने कभी किसी को नरक नहीं दिया। मैंने सिर्फ सच बताया और उन्हें लगा कि यह नरक है।’ बकौल बाइडन, इस कथन में वो सच्चाई छिपी है जिससे साफ पता चलता है कि डोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्रपति काल अश्वेत अमेरिकियों के लिए नरक क्यों था।

    अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, इस देश में किसी भी अन्य कारण की तुलना में ज़्यादा बच्चे गोली लगने से मरते हैं, जो चौंकाने वाला है। यह परेशान करने वाला है और अगर हम इसके बारे में कोई ठोस निर्णय नहीं लेते तो यह सरासर कायरता होगी। उन्होंने कहा, अगर आप अमेरिका में हिंसा के खिलाफ़ खड़े होना चाहते हैं, तो अमेरिका की सड़कों से युद्ध वाले इन हथियारों को हटाने में मेरा साथ दें।

    बकौल बाइडन अपने चार साल के कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप ने लाखों अश्वेत अमेरिकियों को उनके स्वास्थ्य बीमा से बाहर निकालने के लिए ओबामाकेयर को निरस्त करने की कोशिश की थी। उन्होंने दो ट्रिलियन डॉलर की कर कटौती की। इसका सबसे ज़्यादा फ़ायदा सुपर-धनी, सबसे बड़ी कॉर्पोरेशन को हुआ। संघीय ऋण में इतना उछाल आया जिससे निपटना किसी भी राष्ट्रपति के एक कार्यकाल में संभव नहीं। यह राशि किसी भी राष्ट्रपति के पूरे कार्यकाल में लिए गए ऋण से ज़्यादा हो गया।

    बाइडन ने कहा, ट्रंप ने हमारे लिए कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी कि हम वो करें जो हमें करना चाहिए, हमने उन चीजों में निवेश किया जो लोगों के जीवन को प्रभावित करती हैं, जैसे कि बच्चों की देखभाल, बुजुर्गों की देखभाल, और बहुत कुछ, जिससे अर्थव्यवस्था बढ़ती है और लोगों की मदद होती है। डेमोक्रेट नेता ने आरोप लगाया कि महामारी का कुप्रबंधन विशेष रूप से अश्वेत समुदायों के लिए विनाशकारी साबित हुआ था।

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