इंदौर। शहर में आज सुबह लोग अलार्म से नहीं, बल्कि बिजली की तेज गडग़ड़ाहट और बारिश की आवाज से जागे। सुबह 5 बजे के करीब अचानक तेज बिजली कडक़ने के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश इतनी तेज थी कि कुछ ही देर में सडक़ें जलमग्न हो गईं। सुबह दो घंटे तक चली बारिश ने शहर को सवा इंच पानी दे दिया और पूरा शहर तरबतर हो गया। मौसम विभाग ने कल से ही शहर में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया था, लेकिन कल सिर्फ हलकी बारिश ही देखने को मिली। लेकिन आज सुबह 5 बजे से बादल फिर मेहरबान हुए और शहर पर जमकर बरसे। विमानतल स्थित मौसम केंद्र पर इस दौरान 1.25 इंच बारिश रिकार्ड की गई, जबकि सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों की कुल बारिश 1.4 इंच रही। इसके साथ ही यहां बारिश का कुल आंकड़ा 9.2 इंच पर पहुंच गया। बादलों ने पूरे शहर को भिगाया। रीगल स्थित वेदर मॉनीटरिंग स्टेशन पर सुबह 1.4 इंच बारिश रिकार्ड की गई। इसके साथ ही यहां बारिश का कुल आंकड़ा 12.4 इंच पर पहुंच चुका है। वहीं पूर्वी शहर में कृषि महाविद्यालय स्थित मौसम केंद्र पर पिछले 24 घंटों में कुल 1.6 इंच बारिश रिकार्ड की गई।
सुबह-सुबह अंधेरा… तेज बारिश में चटके इंसुलेटर, बायपास और खंडवा रोड के रहवासी डेढ़ घंटे से ज्यादा परेशान रहे
मंगलवार सुबह तकरीबन 5 बजे तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। शहर के पूर्वी हिस्से बायपास ,खंडवा रोड, डेली कॉलेज , साकेत आदि क्षेत्रों में हजारों उपभोक्ताओं को 30 मिनट से लगाकर डेढ़ घंटे तक बत्ती गुल होने से अंधेरे का सामना करना पड़ा। सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को बारिश और बिजली के कारण देरी हुई, वहीं बत्ती गुल होने से गृहणियों को भी दिक्कतों का सामना करते देखा गया।
इंदौर शहर में बिजली कंपनी के पास सवा 7 लाख से ज्यादा उपभोक्ता हैं। लगातार शहर बढ़ रहा है, आज सुबह-सुबह तेज बारिश दौर चला। बायपास स्थित सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी, माउंटबर्ग कॉलोनी, खंडवा रोड की कॉलोनी और डेली कॉलेज फीडर के भील पल्टन आदि स्थानों पर तेज बारिश के चलते बिजली इंसुलेटर बस्र्ट हो गए। सुबह करीब 5 बजे बत्ती गुल हो गई तेज बारिश कम होने के बाद मरम्मत शुरू की गई। 6.30 बजे तक बिजली सप्लाई नॉर्मल हुई, तब जाकर रहवासियों ने राहत महसूस की। कार्यपालन यंत्री डीके तिवारी ने बताया कि तकनीकी दिक्कत के चलते बिजली थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुई थी। लाइन स्टाफ बरसते पानी में व्यवस्थाएं दुरुस्त की। साकेत फीडर पर सुबह 7 बजे बिजली उपकरण में खराबी आ गई। एमई बस्र्ट होने के कारण आधे से पौन घंटा यहां अंधेरा रहा। कार्यपालन यंत्री श्रीकांत बारस्कर ने बताया कि सूचना मिलते ही गैंग को पहुंचाया गया, वहीं पश्चिम व मध्य क्षेत्र में भी कुछ कुछ रहवासियों को 10-5 मिनट की ट्रिपिंग का सामना करना पड़ा। जुलाई के महीने में बिजली की खपत 500 मेगावाट से नीचे इंदौर शहर की पहुंच रही है, जिसका असर अगस्त के बिजली बिलों में आम उपभोक्ता को देखने को मिलेगा, वहीं बिजली कंपनी की ओर से जून महीने में 700 मेगावाट के करीब बिजली खपत रोजाना पहुंची थी, जिसके कारण प्रोग्राम मुख्यालय से 220 करोड़ से ज्यादा राशि इंदौर से वसूली का लक्ष्य इस महीने दिया गया है।
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