जबलपुर: जबलपुर (Madhya Pradesh) शहर से एक अजीब मामला सामने आया है. डिजिटल दौर में एक नामी गिरामी परिवार से भूत-प्रेत (ghosts and spirits) और तंत्र-मंत्र (Black magic) के नाम पर एक करोड़ रुपये (1 crore rupees) से ज्यादा ठग लिए. ठगी को अंजाम देने वालों में दो सगे भाई भी शामिल हैं. आरोपी भाई और उसका दोस्त मिलकर पीड़ित परिवार को उनके घर में भूत-प्रेत का साया बताते रहे. ठग भाइयों ने उनकी जमीन पर 14 भूत, मकान में सैकड़ों प्रेत और ठनों सोना-चांदी दबा होने की बात कही. आठ साल से वह परिवार से ठगी करते रहे. पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
जबलपुर की सबसे सभ्रांत अनंतारा कॉलोनी में रहने वाली शकुंतला देवी ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि पिछले कुछ सालो में दो सगे भाई और उनके एक दोस्त ने पूजा पाठ के नाम पर उनसे एक करोड़ से अधिक रुपए की ठगी कर ली. पुलिस के अनुसार, शकुंतला देवी ने बताया कि अरुण दुबे और वरुण दुबे सगे भाई हैं. उनकी दोस्ती 2016 में शकुंतला के पुत्र बृजेंद्र बातव से सोशल मीडिया के जरिए हुई थी. कुछ दिनों तक बातचीत और चैटिंग होने के बाद अरुण और वरुण ने बताया कि वह वेद ज्योतिष शास्त्र के प्रकांड विद्वान हैं और किसी भी परेशानी को चुटकियों में दूर कर सकते हैं.
दोनों भाइयों ने दावा करते हुए बताया था कि जो परेशानी ज्योतिष शास्त्र से दूर नहीं होती उसे उनके गुरु तत्काल निपटा देते हैं. शकुंतला देवी और उनका बेटा विजेंद्र दोनों जालसाज भाइयों की बातों में आ गए और उन्हें यह लगने लगा कि उनके घर में प्रेत का साया है, घबराकर उन्होंने पहले दोनों भाइयों और उसके एक मित्र से पूजा पाठ कराई. आरोपी भाइयों ने शकुंतला देवी को बताया कि अब एक चिट्ठी उन्हें दंडी स्वामी को लिखनी होगी, जिससे उनकी सभी समस्याओं का निदान हो जाएगा.
पीड़ित परिवार ने दंडी स्वामी के नाम एक पत्र लिखा और अपनी समस्याओं के बारे में बताया. कुछ दिनों बाद दोनों भाई दंडी स्वामी का पत्र लेकर पहुंचे जो शकुंतला देवी के पत्र के उत्तर में लिखा गया था. उन्होंने बताया कि उनके पास जो जमीन है उसमें 14 भूत प्रेत वास करते हैं. इसी कारण उनके जीवन में समस्याएं हैं. एक के बाद एक प्रेत भगाने का सिलसिला चालू हुआ है. शकुंतला का आरोप है कि इस बीच 14 भूत भगाने के नाम पर उनसे लगभग 40 लाख रुपए वसूल कर लिए गए. इस ठगी में अरुण और वरुण के साथ शांति नगर के अंबेडकर चौक का रहने वाला सचिन उपाध्याय भी उनके साथ मिला हुआ था.
इसके कुछ दिनों बाद दंडी स्वामी का दूसरा पत्र लेकर तीनों उनके पास फिर से पहुंचे. उन्होंने बताया की शकुंतला देवी के पास जो एक और मकान है उसमें भी सैकड़ो प्रेत रहते हैं. वह प्रेत इस शकुंतला बातव परिवार के लिए वहां निवास कर रहे हैं. आरोपियों ने कहा कि अगर उस मकान को दान कर दिया जाए तो परिवार के सभी काम सफल होने लगेंगे. आरोपियों ने यह भी कहा कि प्रेत बाधा खत्म हो जाने पर यह मकान वापस उनके नाम कर दिया जाएगा.
शकुंतला ने वह मकान उनके कहने के मुताबिक दान कर दिया. उसके बाद दोनों आरोपी भाई उसमें रहने लगे. इस बीच आरोपियों ने उन्हें गड़ा धन मिलने का लालच भी दिया. शकुंतला देवी का कहना है कि उन्हें बताया गया कि जो जमीन उनके पास है, उसके नीचे सैकड़ो टन सोना और चांदी है. दंडी स्वामी को साधना में यह सब दिख रहा है, उन्होंने बताया कि इसे भी पूजा से प्राप्त किया जा सकता है. आरोपियों ने इस पूजा के लिए 6 लाख का खर्च की बात कही. साथ ही पुखराज नग लगी सोने की अंगूठी के लिए 1 लाख 25 हजार अलग से ले लिए गए. शकुंतला देवी का आरोप है कि उन्हें बेटे और पति गुलाबचंद की मौत का डर दिखाकर हड़प लिए गए. आरोपियों ने करीब एक करोड़ से अधिक की ठगी परिवार से कर ली.
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