नई दिल्ली: बजट (Budget 2024) से पहले करीब 7 करोड़ EPFO मेंबर्स के लिए बड़ी खुशखबरी आई है. केंद्रीय वित्त मंत्रालय (Union Ministry of Finance) ने गुरुवार को बड़ा ऐलान करते हुए कर्मचारी भविष्य निधि (EPFO) डिपॉजिट के लिए ब्याज बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है. इस साल फरवरी में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज दर की 8.25 प्रतिशत का ऐलान किया था, जिसे अब फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से मंजूरी दे दी गई है.
EPFO ने पिछले वर्ष की 8.15% की दर से 2023-24 के लिए ब्याज दर बढ़ाकर 8.25% कर दी. ईपीएफओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि ईपीएफ सदस्यों के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 8.25% की ब्याज दर सरकार द्वारा मई 2024 में नोटिफाई कर दिया गया है. अब सिर्फ कर्मचारियों को पीएफ का ब्याज अकाउंट में क्रेडिट होने का इंतजार है.
EPFO के शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) ने फरवरी में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पीएफ पर ब्याज बढ़ाने का ऐलान किया था. पीएफ के ब्याज को 8.15 प्रतिशत सालाना से बढ़ाकर 8.25 प्रतिशत करने का फैसला किया था. सीबीटी के फैसले के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को सहमति के लिए वित्त मंत्रालय को भेजा गया था, जिसे अब मंजूरी दी जा चुकी है. पिछले साल 28 मार्च को ईपीएफओ ने 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खातों के लिए 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर की घोषणा की थी. वहीं ईपीएफओ ने FY22 के लिए 8.10% का ब्याज दिया था.
मार्च 2022 में ईपीएफओ ने करीब 7 करोड़ कर्मचारियों को बड़ा झटका दिया था. कर्मचारियों के लिए 2021-22 के लिए EPF पर ब्याज को घटाकर चार दशक के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत कर दिया था, जो 2020-21 में 8.5 प्रतिशत था. ब्याज में कटौती होने के बाद ईपीएफ का ब्याज 1977-78 के बाद से सबसे कम हो गया था. वित्त वर्ष 1977-78 में ईपीएफ ब्याज दर 8 प्रतिशत था. 2020-21 के लिए ईपीएफ जमा (EPF Deposit) पर 8.5 प्रतिशत ब्याज दर सीबीटी द्वारा मार्च 2021 में तय की गई थी.
मार्च 2020 में भी ईपीएफओ ने 2019-20 के लिए भविष्य निधि जमा (EPF Deposit) पर ब्याज दर को घटाकर सात साल के निचले स्तर 8.5 प्रतिशत कर दिया था, जो 2018-19 के लिए 8.65 प्रतिशत थी. EPFO ने अपने ग्राहकों को 2016-17 में 8.65 प्रतिशत और 2017-18 में 8.55 प्रतिशत ब्याज दर दी थी. वहीं 2015-16 में ब्याज दर थोड़ी अधिक 8.8 प्रतिशत थी. इसके अलावा, ईपीएफओ ने 2013-14 के साथ-साथ 2014-15 में 8.75 प्रतिशत ब्याज दर दिया था.
गौरतलब है कि EPFO प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट के तहत ब्याज दर का हर साल ऐलान करती है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत करीब 7 करोड़ कर्मचारी रजिस्टर्ड हैं. ईपीएफओ के ब्याज तय करने के बाद वित्त मंत्रालय अंतिम फैसला लेता है. कर्मचारी भविष्य निधि खाते पर ब्याज साल में एक बार 31 मार्च को मिलता है.
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