इंदौर में इसके लिए काम कर रही सीआईआई की यंग इंडियंस विंग
इंदौर। इंदौर (Indore) की बस्तियों (slum) की बच्चियों (children) की बनाई राखियां (Rakhis) शहर के साथ ही देशभर (India) में पहुंच रही है। इसके लिए बस्तियों में काम करने वाले बस्ती फाउंडेशन (Basti Foundation) के साथ मिलकर सीआईआई की यंग इंडियंस विंग काम कर रही है। बच्चियों ने प्रशिक्षण के बाद काम कर सैकड़ों राखियां तैयार की है।
बस्ती फाउंडेशन की पहल पर किए गए इस काम को सीआईआई की यंग इंडियंस विंग का साथ मिला। कुछ महीनों पहले करीब 100 बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से पहले राखी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद कुछ ही दिन में इन बच्चियों ने अपने हाथों से करीब 800 राखी बना दी। अब इन राखियों को बिजनेस नेटवर्क से देश के प्रमुख व्यवसायी परिवारों तक ऑनलाइन पहुंचाया जा रहा है। आरती जाजू ने बताया कि सभी बच्चियां कैलाश कुटी क्षेत्र की है। यूं देखा जाए, तो लगातार तीन साल से ये किया जा रहा है, लेकिन प्रशिक्षण हर साल नए सिरे से करवाया जाता है, ताकि नई बच्चियां भी ये हूनर को सीख सकें।
होने वाली आमदनी बच्चियों में ही वितरित
राखी से होने वाली कमाई को भी बच्चियों को ही दिया जाता है। ये शुरुआत है, जो उन्हें हौसला दे रही है। इसके अलावा हम बच्चियों को मोम के प्रोडक्ट्स, कपड़े के बैग आदि बनाना भी सिखा रहे हैं। साथ ही साफ-सफाई से रहना और कई प्रमुख स्थलों पर जाकर सफाई अभियान चलाना भी इसका एक हिस्सा है।
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