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इंदौर। पंचकुइया क्षेत्र (Panchkuiya area) स्थित आश्रम (ashram) में दो दिन में 12 साल के करण उर्फ शुभम निवासी सोनकच्छ तथा 7 साल के यश की मौत के बाद आश्रम के इंफेक्शन (infection) से पीडि़त 12बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चों के खून में इंफेक्शन की पुष्टि हुई है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ डॉक्टरों (doctors) की टीम आश्रम में बच्चों की जांच कर रही है । आश्रम में 116 लड़कियां और 101 लडक़े निवास करते हैं। इस आश्रम की स्थापना 2006 में 78 दिव्यांग बच्चों से हुई थी। आश्रम स्वामी परमानंद गिरि महाराज (Swami Parmanand Giri Maharaj) के सान्निध्य में चलता है। बताया जा रहा है कि यहां रहने वाले सभी बच्चों का सरनेम भी स्वामीजी के नाम पर परमानंद रखा गया है। हालांकि आश्रम संचालकों की ओर से बताया जा रहा है कि बच्चों को इंफेक्शन हुआ था। जिनकी मौत हुई है उन्हें फीट आते थे।
अलग-अलग जिलों से मल्हारगंज स्थित श्री युगपुरुषधाम में 217 दिव्यांगों को आसरा देने वाली संस्था में आज एक और बच्चे की मौत हो गई। दो दिन में लगातार दो बच्चों की मौत ने सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। विभाग के अधिकारी सुबह से ही संस्था में हर पहलू की जांच कर रहे हैं। वहीं डॉक्टरों की टीम बाकी सभी बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर रही है। ज्ञात हो कि 12 साल के करण की सोमवार को तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई थी, जिसका विभाग ने पोस्टमार्टम भी कराया। फीट आना मौत का कारण सामने आया है। वहीं आज सुबह 7 साल के आकाश ने दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आश्रम की ओर से बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष को लेटर लिखकर मामले की जानकारी दी गई है। इसमें खून में इंफेक्शन होने की बात लिखी है। सबसे पहले आश्रम में कृष्ण नाम के बच्चे को इंफेक्शन हुआ था, जो पूर्णत: स्वस्थ है। उसके बाद अचानक ही 12 बच्चों की तबीयत बिगडऩे लगी। हालांकि सभी बच्चों को चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिन दो बच्चों की मौत हुई है वह देवास और नर्मदापुरम जिले के बताए जा रहे हैं। यह संस्था शासन से अनुदान प्राप्त है। यहां मेंटली चैलेंज्ड बच्चों को रखा जाता है। यहां फिलहाल 217 मानसिक दिव्यांग बच्चे हैं, जिनमें 101 बच्चे और 116 बच्चियां हैं।
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