झांसी: ट्रेन में सफर कर रहे बगैर टिकट एक यात्री का स्टेशन करीब आने वाला था और ट्रेन भी धीमी होने लगी. उसे लगा कि अब तो स्टेशन पहुंचने वाला हूं, टीटी टिकट देखने के लिए अभी तक आया नहीं है, टिकट न लेकर मन ही मन वो खुश हो रहा था. तभी उसकी नजर कोच पास खड़े टीटी पर पड़ी और वो उठकर पीछे वाले कोच में गया, टीटी ने उसे जाते देख लिया और समझ गया कि इसके पास टिकट नहीं है. टीटी और यात्री के बीच 6 कोच तक चोर-सिपाही का खेल चला और अंत में ट्रेन की स्पीड ने पूरा खेल बिगाड़ दिया और यात्री पकड़ा गया.
उत्तर रेलवे के झांसी मंडल में ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा, अनियमित यात्रा, बिना बुक लगेज, गंदगी फ़ैलाने यात्रियों के खिलाफ महाअभियान चल रहा है. इसमें रेल सुरक्षा बल तथा जीआरपी के साथ टीटी और कमर्शियल स्टाफ शामिल है. स्टेशनों और ट्रेनों में घेराबंदी कर धरपकड़ चल रही है. चेकिंग के दौरान ट्रेन तथा स्टेशन पर अफरा तफरी का माहौल बन गया. लोग इधर उधर भागते दिखे. एक ट्रेन में स्लीपर कोच में एक यात्री सफर कर रहा था. जांच टीम को देखते ही बैग उठाकर पीछे के कोच में चला गया. टीम में शामिल एक टीटी ने उसे देख लिया. पर ध्यान नहीं दिया. इसके बाद पीछे वाले कोच में टीटी गया तो वो यात्री वहां से भी बैग लेकर पीछे जाने लगा.
टीटी समझ गया कि यहा बगैर टिकट यात्री है और पीछा करते हुए कोच में गया. दूसरी ओर ट्रेन धीमी हो रही थी, यात्री को लग रहा था कि आने वाले स्टेशन में रुक जाएगी और पीछे कोच बदलकर उतर जाएगा. इस तरह एक एक करके पीछे के कोच में जा रहा था. टीटी ने भी उसे पकड़ने की ठान रखी थी और छह कोच तक पीछा किया. आखिरी कोच के पीछे सामान्य कोच लगा था, इसलिए कोच कनेक्ट नहीं था. दूसरी ओर स्टेशन आते ही ट्रेन ने स्पीड पकड़ ली और स्टेशन पार कर गयी. चूंकि यह सुपरफास्ट ट्रेन थी, स्टेशन में स्टापेज नहीं था. यात्री को यह पता नहीं था. अंत में टीटी ने यात्री को पकड़ पर पेनाल्टी लगाई.
जांच अभियान में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, ग्वालियर, बांदा, ललितपुर, उरई, मोरना ,चित्रकूट धाम कर्वी, टीकमगढ़, खजुराहो सहित मंडल के प्रमुख स्टेशनों शामिल रहे. अभियान में इन स्टेशनों के सभी प्लेटफार्म, वेटिंग रूम, खानपान स्टॉल चेक किए गए व मंडल स्टेशन से गुजरने वाली यात्री गाड़ियों के सभी कोचों को, जिनमें महिला व दिव्यांग कोच भी शामिल रहे, उनकी जांच की गई. जांच में पूरे झांसी मंडल में बिना टिकट यात्रा, अनियमित यात्रा, बिना बुक लगेज, धूम्रपान एवं गंदगी फैलाने के 1605 मामले पकड़े गए, जिनसे 12.60 लाख रुपये पेनाल्टी के रूप में लगाए गए.
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