नई दिल्ली: NEET पेपर लीक मामले में लगातार जांच जारी है और मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ भी की जा रही है. पेपर लीक मामले के मास्टरमांइड सिकंदर कुमार यादवेंदु के पास से 2 मोबाइल फोन मिले हैं जिससे कई सियासी राज भी खुल सकते हैं. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की ओर से इस मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
पेपर लीक मामले में देशभर में हो रहे भारी विरोध-प्रदर्शन के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के बाद अब सीबीआई मामले की जांच में जुट गई है. इस बीच मामले के मास्टरमाइंड सिकंदर के पास से 2 मोबाइल फोन मिले हैं. माना जा रहा है कि फोन में कई राज दफन हैं. पूछताछ और जांच के बाद सिकंदर के इन्हीं दोनों फोन से कई राज बाहर निकलने के आसार हैं. 2 में से एक आईफोन है तो दूसरा वन प्लस कंपनी का है.
आर्थिक अपराध इकाई ने मामले के मास्टरमाइंड सिकंदर के पास से एप्पल कंपनी का आई फोन 15 प्लस बरामद किया है, जिसका मोबाइल नंबर 9334714267 है. इसके अलावा वन प्लस कंपनी का भी एक मोबाइल बरामद किया गया जिसका नंबर 7991109563 है.
मामले के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले सिकंदर यादव उन आरोपियों में शामिल हैं जिन्हें पुलिस ने सबसे पहले गिरफ्तार किया था. सिकंदर को जिस समय गिरफ्तार किया गया वो जो सफेद रंग डस्टर कार में सवार था. इस कार में झारखंड का नंबर लगा हुआ था. इस कार को भी सिकंदर का ही माना जा रहा है जिस पर लाल रंग से नगर प्रशासन दानापुर लिखा हुआ है. सिकंदर नगर आवास विभाग में दानापुर में इंजीनियर है. मामला सामने आने के बाद सिकंदर को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया.
सिकंदर यादव के लिए ही बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम यादव ने पटना में परीक्षा से एक दिन पहले एक सरकारी गेस्ट हाउस बुक कराया था, जहां उसका रिश्तेदार और अभ्यर्थी अनुराग यादव अपनी मां के साथ ठहरा हुआ था.
प्रीतम यादव बिहार प्रशासनिक सेवा के एक सीनियर अफसर हैं और तेजस्वी यादव के निजी सचिव हैं, साथ ही वह उनके लिए दिनचर्या की योजना बनाना और बैठकों के आयोजन का काम देखते हैं. तेजस्वी ने अगस्त 2022 में प्रीतम यादव को अपना पीएस बनाया था. शुरुआती तौर पर हुई जांच में यह बात सामने आई है कि प्रीतम यादव मुंगेर जिला का रहने वाला है. प्रीतम और मास्टरमाइंड सिकंदर आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं.
इस बीच दिल्ली से आए सीबीआई का एक दल मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को पटना स्थित बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के ऑफिस पहुंच गया. अधिकारियों की ओर से बताया गया कि ईओयू की ओर से इस केस में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सीबीआई अधिकारी अब ईओयू से इस मामले के सबूत ले रहे हैं.
सीबीआई ने चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में अनियमितताओं को देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर रविवार को एक एफआईआर दर्ज की थी. यह परीक्षा 5 मई को हुई थी. हालांकि पेपर लीक मामला सामने आने के बाद देशभर में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं और कई छात्र परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर कोर्ट पहुंच गए हैं.
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