नई दिल्ली(New Delhi) । केरल के पलक्कड़ (Palakkad in Kerala)की रहने वाली प्रिया को 2017 में एक यमन नागरिक(Yemeni Citizen) की हत्या का दोषी (Murder conviction)पाया गया था। उसे देश से भागने की कोशिश(Attempt to flee the country) करते समय पकड़ा गया और 2018 में उसे मौत की सजा सुनाई गई। अपनी बेटी को सजा से बचाने के लिए प्रिया की मां हर कोशिश कर रही हैं। वह मारे गए व्यक्ति के परिवार को ‘ब्लड मनी’ देकर अपनी बेटी के मृत्युदंड को माफ करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए केंद्र सरकार ने भारतीय दूतावास के माध्यम से संबंधित व्यक्तियों को करीब 33.5 लाख की राशि ट्रांसफर करने के लिए सहमति दे दी हैय़
ब्लड मनी क्या है?
इस्लामिक कानून के अनुसार, अपराध के पीड़ितों को यह तय करने का अधिकार है कि अपराधियों को कैसे दंडित किया जाए। हत्या के मामले में यह सिद्धांत पीड़ितों के परिवारों पर लागू होता है। हत्या की सजा मृत्युदंड के माध्यम से दी जाती है, लेकिन पीड़ित का परिवार मुआवजे के बदले में हत्यारे को माफ़ करने का विकल्प चुन सकता है। आपको बता दें कि आम तौर पर इसे ब्लड मनी कहा जाता है। कुरान में भी इसका जिक्र है।
क्या लिखा है कुरान में?
“ऐ ईमान वालों! हत्या के मामलों में तुम्हारे लिए प्रतिशोध का नियम निर्धारित है। एक स्वतंत्र व्यक्ति के लिए एक स्वतंत्र व्यक्ति, एक दास के लिए एक दास और एक महिला के लिए एक महिला। लेकिन अगर अपराधी को पीड़ित के परिवार के द्वारा माफ़ कर दिया जाता है, तो ब्लड मनी का निष्पक्ष रूप से फैसला किया जाना चाहिए। भुगतान विनम्रता से किया जाना चाहिए। यह तुम्हारे रब की ओर से एक रियायत और दया है।”
विद्वानों का मानना है कि इसके पीछे का विचार क्षमा के गुण को प्रोत्साहित करना है। धर्मग्रंथों ने मुआवजे के रूप में कोई विशिष्ट राशि निर्धारित नहीं की है। यह राशि आम तौर पर हत्यारे के परिवार और पीड़ित के परिवार के बीच बातचीत के माध्यम से तय की जाती है। हालांकि, कुछ इस्लामी देशों ने न्यूनतम मुआवजे की राशि निर्धारित की है।
आपको बता दें कि अभी जो 40,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया जाना है वह बातचीत शुरू करने के लिए है। आखिरकार प्रिया के परिवार को मृत्युदंड माफ करवाने के लिए करीब चार लाख डॉलर यानी कि करीब 3.5 करोड़ का भुगतान करना होगा। 2020 में उनके परिजनों ने ‘सेव निमिशा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल’ का गठन किया। इसके जरिए राशि जुटाने की प्रक्रिया चल रही है।
कौन है प्रिया, कैसे बन गई कातिल?
नर्स बनने के बाद प्रिया 2008 में यमन चली गई। 2011 में उसने केरल आकर टॉमी थॉमस से शादी की। शादी के बाद दोनों साथ-साथ यमन लौट गए। वहां प्रिया नर्स की नौकरी करती थी और टॉमी इलेक्ट्रीशियन का काम करता था। दोनों ने अपना खुद का क्लिनिक शुरू करने का सपना देखा था। लेकिन यमनी कानून के अनुसार इसके लिए उन्हें किसी स्थानीय व्यक्ति के साथ साझेदारी करनी थी।
यहीं पर तलाल अब्दो महदी की तस्वीर सामने आती है। प्रिया जिस क्लिनिक में नर्स के रूप में काम करती थी, वहीं पर उसने महदी से संपर्क किया। महदी 2015 में प्रिया की बेटी के बपतिस्मा में शामिल होने के लिए केरल भी आए थे। प्रिया यमन लौट गई, लेकिन उसके पति और बेटी केरल में ही रहते हैं।
परिवार के साथ शारीरिक और यौन शोषण का आरोप
यमन में महदी ने प्रिया का फायदा उठाने लगा। उसने एक नया क्लिनिक खोला, लेकिन अपनी आय उसके साथ साझा करने से इनकार कर दिया। उसने कथित तौर पर उसे अपनी पत्नी के रूप में दिखाने के लिए जाली दस्तावेज भी बनाए। प्रिया के परिवार के अनुसार, इसके बाद शारीरिक और यौन शोषण भी करने लगा। प्रिया वहां से निकलने में असमर्थ थी। महदी ने उसके सभी यात्रा दस्तावेज और पासपोर्ट ले लिए थे। उसने उसे केरल में अपने परिवार से बात नहीं करने दी।
एक दिन प्रिया ने साथी नर्स हन्नान की मदद से महदी को बेहोश करने की कोशिश की, ताकि उसके दस्तावेज हासिल किए जा सकें। लेकिन ज्यादा मात्रा में दवा देने से उसकी मौत हो गई। घबराकर दोनों ने महदी के शरीर को काटकर पानी की टंकी में फेंकने का फैसला किया। आखिरकार दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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