- मासूमों के भविष्य के साथ खिलवाड़
- पालकों ने कलेक्टर से लगाई गुहार, जांच के बाद होगी कार्रवाई
इंदौर। स्कूल (school) के नए सत्र (New seasons) की शुरुआत होते ही बच्चों (children) के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले स्कूलों के गोरखधंधे (racketeering) भी सामने आने लगे हैं। 2023 के सत्र में पढऩे वाले बच्चों को आरटीई (RTE) के तहत नए सत्र में भी एडमिशन (admission) दिया गया, लेकिन 40 बच्चों के भविष्य को दांव पर लगाकर प्रबंधन ने स्कूल पर ही ताले जड़ दिए। पालकों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है। इस पर जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन मिला है।
शहर के पश्चिम क्षेत्र में स्थित स्कूल सेन्ट पेट्रिक्स हायर सेकण्डरी स्कूल ने 40 से अधिक छात्रों को आरटीई के तहत एडमिशन दिया। लाटरी सिस्टम के माध्यम से बच्चों के सिलेक्शन हुए। पूरी प्रक्रिया प्रशासन का निगरानी में सम्पन्न कराई गई और पालकों से पूरे सत्र की फीस भी भरवाई गई, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने स्कूल पर ही ताले जड़ दिए। नए सत्र की शुरुआत होते ही छात्र जब स्कूल पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि स्कूल बंद हो गया है। नए स्कूल में एडमिशन ले लो। बच्चों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे पालकों ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए बताया कि उक्त स्कूल के संचालक एक ही भवन में दो स्कूलों के बोर्ड लगाकर काम कर रहे थे। उमंग पब्लिक स्कूल के नाम से जूनियर विंग संचालित की जा रही थी, वहीं अब स्कूल बंद करने का बहाना बनाकर नए सत्र में छात्रों को पढ़ाने से मना किया जा रहा है। कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।