नई दिल्ली। संसद सत्र (Parliament session) से पहले लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर संदेह (Doubts over the post of Lok Sabha Speaker) बना हुआ है, अब तक लोकसभा अध्यक्ष पद का चुनाव (election of the speaker of the Lok Sabha) नहीं हो सका है। मंगलवार शाम को इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर मंत्रियों की बैठक (Meeting at the residence of Defense Minister Rajnath Singh) बुलाई गई है। 18वीं लोकसभा का गठन हो चुका है। 4 जून को मतगणना के बाद 9 जून को भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली थी। लेकिन अब लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर संशय बना हुआ है। 24 जून को आम चुनाव के बाद पहली बार संसद सत्र शुरू होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चुनाव के लिए प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद जून 2019 में उन्हें 17वीं लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद ओम बिरला वर्तमान में संसद के निचले सदन के अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं।
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 जून को होना है। राजनाथ सिंह को गठबंधन दलों के साथ-साथ विपक्षी दलों के बीच अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आम सहमति बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों के अनुसार संसद सत्र से पहले होने वाली बैठक में एनडीए के नेता सत्र के दौरान एनडीए सहयोगियों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे, जिसमें अध्यक्ष पद के लिए चुनाव भी होगा।
बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में, बिरला को भाजपा ने कोटा से मैदान में उतारा था और उन्होंने 41,139 से अधिक मतों के अंतर से संसदीय सीट जीती थी। नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) ने कहा है कि वे भाजपा की पसंद का समर्थन करेंगे। वहीं जद (यू) और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा हैं और वे लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा द्वारा नामित उम्मीदवार का समर्थन करते हैं। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 3 जुलाई को समाप्त होने वाला है, जिसमें नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।
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