नई दिल्ली (New Delhi) । मुंबई (Mumbai) के एक डॉक्टर को कुछ दिनों पहले आइसक्रीम कोन (Ice cream cone) में एक मांस का टुकड़ा मिलने के बाद इसकी निर्माता फॉर्चून डेयरी इंडस्ट्रीज (Fortune Dairy Industries) के संचालन को बंद (Operations discontinued) कर दिया गया है। दरअसल, मुंबई के 26 साल के एक डॉक्टर, ब्रेंडन फेराओ को ऑनलाइन आइसक्रीम ऑर्डर करने के बाद उसमें मांस का एक टुकड़ा मिला था जिस पर इंसानी उंगली होने का संदेह किया जा रहा है। यह आइसक्रीम ओरिजिनल वॉको क्यूएसआर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड की यम्मोस बटरस्कॉच थी जिसे डॉक्टर ने डिलीवरी एप जेप्टो से आर्डर किया था। बाद में डॉक्टर की शिकायत के बाद भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानव प्राधिकरण (FSSAI) ने पुणे के इंदापुर तालुका में आइसक्रीम निर्माता फॉर्चून डेयरी इंडस्ट्रीज के परिसर का निरीक्षण करने के बाद शनिवार को इसके संचालन को बंद कर दिया है।
पुणे से 130 किलोमीटर दूर है प्रोडक्शन यूनिट
बता दें कि आइसक्रीम का प्रोडक्शन यूनिट पुणे जिले के इंदापुर तालुका के लोनी देवकर क्षेत्र में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (MIDC) के औद्योगिक क्लस्टर में पुणे शहर से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित है। मुंबई पुलिस ने पहले कहा था कि वे डिलीवरी एग्जीक्यूटिव से फॉर्च्यून डेयरी इंडस्ट्रीज तक सप्लाई चैन की जांच कर रहे थे। बता दें कि शनिवार को वाल्को क्यूएसआर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड की ओर से कहा गया है कि , “हम इस बात की पुष्टि और घोषणा करते हैं कि अल्फांसो मैंगो कोन (110 मिली) के लिए बैच नंबर 107E24 और बटरस्कॉच कोन (110 मिली) के लिए बैच नंबर I11E24 का निर्माण फॉर्च्यून डेयरी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्लॉट नंबर सी -55, एमआईडीसी इंदापुर, महाराष्ट्र, पुणे -413106 में स्थित अपने प्लांट में किया जाता है।”
क्या कहती है पुलिस
इंदापुर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा है कि अभी तक हमारे अधिकार क्षेत्र में किसी व्यक्ति के घायल होने या किसी की उंगली के कटने की कोई रिपोर्ट या सूचना नहीं है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नाम न बताने की शर्त पर फॉर्च्यून डेयरी इंडस्ट्रीज के एक कर्मचारी ने बताया, “हमारी कंपनी के पास केंद्रीय एजेंसी FSSAI से विनिर्माण लाइसेंस है क्योंकि हम पूरे भारत में संस्थाओं को आपूर्ति करते हैं। शुक्रवार दोपहर को FSSAI की एक टीम यहां पहुंची और मलाड पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर का हवाला देते हुए उन्होंने हमारी यूनिट का निरीक्षण किया जिसके बाद उन्होंने शनिवार को आदेश दिया कि यहां पर काम बंद कर दिया जाए।”
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