भोपाल । मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी (Madhya Pradesh Congress President Jitu Patwari) ने कहा कि लाडली बहनाओं को (To Ladli Bahana) 3 हजार रुपए देने का वादा (The Promise of giving Rs. 3000) अधूरा है (Is Incomplete) । लोकसभा चुनाव के बाद मध्य प्रदेश की मोहन यादव कैबिनेट की पहली बैठक में लिए गए फैसलों पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने तंज कसते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान लाडली बहनाओं को तीन हजार रुपए प्रति माह देने का वादा किया गया था, जो अधूरा है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के वीडियो का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, आप वीडियो जारी करके लाडली बहनों पर जो ‘उपकार’ कर रहे हैं, उसका कोई मतलब नहीं है, क्योंकि वोट झपटने के लिए चुनाव में किया वादा अभी तक अधूरा है। भाजपा का भरोसा, शिवराज का साथ, मोदी की गारंटी – जैसे कई चुनावी नारे लगाकर बहनों को इस भ्रम में रखा गया कि सत्ता मिलते ही उन्हें 3000 रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा। आपकी सरकार छह माह बाद भी सिर्फ झूठ ही बोल रही है और वादे को पूरा करने से बच रही है!”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा द्वारा किए गए वादे को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए कहा, मध्यप्रदेश की लाखों लाडली बहनों का यह अपमान क्यों किया जा रहा है? आप जिसे गर्व की तरह बता और दोहरा रहे हैं, वह भाजपा के लिए राष्ट्रव्यापी शर्म का सबसे बड़ा विषय होना चाहिए। राजनीतिक झूठ का सबसे बड़ा उदाहरण भी होना चाहिए। दूसरी बात, आप जो राशि दे रहे हैं वह अहसान नहीं, वह लाडली बहनों का अधिकार है, क्योंकि इसी झूठ के दम पर ही भाजपा ने अपनी लुटी हुई सत्ता को बचाया था।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लाडली बहनाओं को हर तीन हजार रुपए दिए जाने की मांग करते हुए सलाह दी है, बेहतर यही होगा की लाड़ली बहनों को तत्काल तीन हजार रुपए प्रतिमाह की राशि का भुगतान शुरू किया जाए और पिछले 6 महीने का बकाया भी उनके खातों में जमा किया जाए। ज्ञात हो कि राज्य में दिसंबर 2023 में विधानसभा के चुनाव हुए थे। इस चुनाव से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना को लांच किया था और महिलाओं को एक हजार रुपए प्रतिमाह से शुरुआत कर तीन हजार रुपए प्रति माह तक देने का वादा किया था। वर्तमान में राज्य सरकार 1250 रुपए प्रतिमाह लाडली बहना योजना में दे रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved