इंदौर। रिकॉर्डिंग (recording) के आधार पर ही दो साल पहले लोकायुक्त पुलिस(Lokayukta Police) ने मानपुर थाने (Manpur police station) के एक उपनिरीक्षक (sub-inspector) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। इस मामले में जांच पूरी होने पर कल लोकायुक्त पुलिस ने उसके खिलाफ कोर्ट (Court) में चालान पेश किया।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार एक व्यक्ति के खिलाफ मानपुर थाने में केस दर्ज हुआ था। इसमें धारा कम करने और चालान जल्द पेश करने के लिए थाने में पदस्थ तत्कालीन उपनिरीक्षक फत्तनसिंह भोंसले उससे 50 हजार रुपए की मांग कर रहा था। 20 हजार पहले ले लिए थे और 30 हजार और मांग रहा था। बाद में 23 हजार लेने को राजी हो गया। हालांकि वह ट्रैप नहीं हो सका था, लेकिन फरियादी से उसकी मोबाइल पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग के आधार पर ही लोकायुक्त पुलिस ने उसके खिलाफ भ्रष्टाचार की धारा 7 में केस दर्ज कर लिया था। इसकी जांच पूर्ण होने पर कल लोकायुक्त के डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया ने उपनिरीक्षक के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश कर दिया। ज्ञात रहे कि लोकायुक्त पुलिस ने पिछले कुछ सालों में केवल रिकॉर्डिंग के आधार पर ही केस दर्ज कर कई भ्रष्ट लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए हैं।