श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में (In Jammu-Kashmir) उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती (Umar Abdullah and Mehbooba Mufti) ने अपनी हार स्वीकार कर ली (Accepted their Defeat) । जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव में अपनी-अपनी हार स्वीकार कर ली।
एक बड़े उलटफेर में इंजीनियर राशिद ने दो लाख से ज़्यादा वोटों की बढ़त हासिल कर ली है। उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा: “मुझे लगता है कि यह अपरिहार्य को स्वीकार करने का समय है। उत्तरी कश्मीर में जीत के लिए इंजीनियर राशिद को बधाई। मुझे नहीं लगता कि उनकी जीत से उन्हें जेल से जल्दी रिहाई मिलेगी और न ही उत्तरी कश्मीर के लोगों को वह प्रतिनिधित्व मिलेगा जिसका उन्हें अधिकार है, लेकिन मतदाताओं ने अपनी बात कह दी है और लोकतंत्र में यही सबसे ज़्यादा मायने रखता है।”
महबूबा मुफ़्ती ने अपने एक्स-पोस्ट में लिखा, “लोगों के फ़ैसले का सम्मान करते हुए मैं अपने पीडीपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को तमाम मुश्किलों के बावजूद उनकी कड़ी मेहनत और समर्थन के लिए धन्यवाद देती हूं। मुझे वोट देने वाले लोगों के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता। हारना-जीतना खेल का हिस्सा है और यह हमें हमारे रास्ते से नहीं हटा सकता।”
श्रीनगर लोकसभा सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के सैयद रूहुल्लाह मेहदी अपने पीडीपी प्रतिद्वंद्वी वहीद पारा से बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं। मेहदी 1,58,610 वोटों से आगे चल रहे हैं। जम्मू लोकसभा सीट पर भाजपा के जुगल किशोर शर्मा कांग्रेस के रमन भल्ला से आगे चल रहे हैं। उधमपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के डॉ. जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस के चौधरी लाल सिंह पर अजेय बढ़त बना ली है।
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